सार
संत शोभन सरकार ने अकूत संपत्ति बनाई है। उनकी मौत के बाद इस संपत्ति पर कब्जे को लेकर विवाद की स्थिति है। शोभन सरकार के परिजनों ने आश्रम पर काबिज लोगों पर गंभीर आरोप लगाते हुए सरकार की मौत के लिए आश्रम के मठाधीशों को जिम्मेदार बताया है
कानपुर(Uttar Pradesh). मशहूर संत शोभन सरकार की मौत के बाद अब एक बार फिर से उनका नाम सुर्ख़ियों में है। इस बार उनकी संपत्ति को लेकर उपजे विवाद के कारण उनका नाम चर्चा में है। दरअसल संत शोभन सरकार ने अकूत संपत्ति बनाई है। उनकी मौत के बाद इस संपत्ति पर कब्जे को लेकर विवाद की स्थिति है। शोभन सरकार के परिजनों ने आश्रम पर काबिज लोगों पर गंभीर आरोप लगाते हुए सरकार की मौत के लिए आश्रम के मठाधीशों को जिम्मेदार बताया है । उनके परिवार ने उत्तर प्रदेश सरकार से संपत्ति के मामले में दखल दे ट्रस्ट बनाने की मांग किया है। शोभन सरकार के परिजनों का कहना है कि 15 साल पहले भी उनकी मौत के लिए साजिश रची गई थी और उन्हें खाने में जहर खिला दिया गया था।
उन्नाव के डौंडियाखेड़ा में 1000 टन सोना गड़ा होने की बात कहकर चर्चा में आए संत शोभन सरकार का बीते 13 मई की सुबह निधन हो गया था । 70 साल की उम्र में उनके ब्रह्मलीन होने के बाद गंगा जी में उन्हें जल समाधि दे दी गई। शोभन सरकार ने महज 15 साल की उम्र में ही अपना घर छोड़ दिया था, जिसके बाद वह बाघपुर के पास पांडु नदी के किनारे तपस्या में लीन हो गए। बाद में वह शोभन आश्रम के महंत रघुनंदन दास के संपर्क में आए और उनकी मौत के बाद का आश्रम की देखरेख करने लगे। शोभन गांव के बुजुर्गों के कहने पर 1974 में विवेकानंद महाराज ने शोभन आश्रम की बागडोर संभाल ली। जिसके बाद भक्तों ने शोभन सरकार के नाम से बुलाना शुरू कर दिया।
कई जिलों में मंदिरों व आश्रमों का करवाया निर्माण
संत शोभन सरकार ने गंगा नदी के किनारे हनुमान मंदिर, बक्सर उन्नाव में चंद्रिका माता मंदिर,सेन गांव में हनुमान मंदिर सहित कई मंदिरों और आश्रमों का निर्माण कराया। इसके अलावा उन्होंने बक्सर में गंगा नदी पर पुल बनवाया साथ ही बांदा के पास चिल्ला घाट पर यमुना नदी पर भी पुल का निर्माण करवाया। शोभन आश्रम कमेटी शिक्षा के लिए विद्यालयों का संचालन भी करती है। इसके अलावा भी सरकार ने समाज सेवा के लिए तमाम काम किए। उनके द्वारा किए गए काम और आश्रम से जुड़ी अकूत संपत्ति लोगों के लिए कौतूहल का विषय बनी रही।
परिवार ने लगाया ये आरोप
शोभन सरकार के भाई चंद्रभान तिवारी ने यूपी सरकार से शोभन सरकार की संपत्ति में दखल देने की मांग की है। उनके परिवार ने कहा है कि सरकार संत शोभन से जुडी चीजों के संचालन के लिए एक ट्रस्ट का गठन करे जिससे शोभन सरकार द्वारा जनहित में शुरू किए गए कार्य अनवरत चलते रहे। शोभन सरकार के ब्रम्हलीन हो जाने के बाद हरि शरण पांडे आश्रम की कमान संभाल रहे हैं। शोभन सरकार के परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपों को उन्होंने सिरे से खारिज करते हुए कहा कि वह वही कह रख कर रहे हैं जो करने के लिए सरकार ने उनसे कहा था। उन्होंने कहा कि वह कभी भी कमान नहीं समझना चाहते थे, लेकिन सरकार ने उन्हें जबरदस्ती कमान दे दी थी और अब वह उनकी आज्ञा का पालन कर रहे हैं।