सार
अयोध्या में बीते दिनों हुए विस्फोट के मामले में कई पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है। मामले में चौकी प्रभारी और दो सिपाहियों को लाइन हाजिर किया गया है। इन सभी पुलिसकर्मियों पर अधिकारियों को गुमराह करने का आरोप लगा है।
अयोध्या: हरिंग्टनगंज पुलिस चौकी के पास हुए बम धमाके के मामले में एसएसपी प्रशांत वर्मा ने बड़ी कार्रवाई की है। एसएसपी ने चौकी प्रभारी यशवंत द्विवेदी और दो सिपाहियों शुभम गुप्ता और सत्येंद्र कुमार को लाइन हाजिर कर दिया है। यहां 7 जुलाई की रात में चौकी के समीप एक मकान में तेज धमाका हुआ था। इसके बाद अगले दिन खेत में भी विस्फोट सामने आया।
पुलिस विस्फोट को बताती रही सिलेंडर का धमाका
हरिंग्टनगंज चौकी अंतर्गत क्षेत्र में पहले धमाके के बाद मकान का कच्चा हिस्सा ध्वस्त हो गया था। यह मकान रहमत उल्लाह का है। सामने आई विस्फोट की घटना के बाद पुलिस बार-बार धमाके को गैस सिलेंडर का धमाका बताती रही और उच्च अधिकारियों को भी गुमराह करती रही। छानबीन में घर में भारी मात्रा में पटाखा बनाने का संसाधन और बारूद बरामद हुआ था। इस प्रकरण में ही गलत सूचना देने पर पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हुई है।
मामले में पुलिस पर भी खड़े हो रही हैं कई सवाल
गुरुवार को सेमरा गांव के रहमत उल्लाह के मकान में हुए विस्फोट के बाद शुक्रवार को गन्ने के खेत में छिपाई गई बारूद के बाद दूसरा विस्फोट हुआ था। पूरे प्रकरण में पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय जांच की गई। जांच के बाद मामले में पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है। मामले में रहमत उल्लाह को भी शनिवार को गिरफ्तार किया गया है। धमाके में रहमत उल्लाह का पुत्र इमरान घायल हो गया। मामले को लेकर स्थानीय पुलिस की भूमिका पर भी सवाल खड़े हुए थे। कथिततौर पर यहां पुलिस के संरक्षण में ही अवैध पटाखे का कारोबार लंबे समय से चल रहा था। इसी के चलते पुलिस ने भी शुरुआत में इस प्रकरण को दबाने का प्रयास किया और अधिकारियों को भी गुमराह किया। घटना में लाइन हाजिर किए गए चौकी प्रभारी और दोनों सिपाहियों की मुश्किलें आने वाले दिनों में और भी बढ़ने की संभावनाएं जताई जा रही है।
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