सार

आज के तानाव भरे माहौल में अक्सर पति-पत्नी के बीच अनबन होती रहती है। कई मामलों में तो बात तलाक तक भी पहुंच जाती है। ज्योतिष के अनुसार पति-पत्नी की कुंडली में दोष भी इसका कारण हो सकते हैं। दोनों में से किसी एक की कुंडली में भी दोष होगा तो घर में कलह बनी रहती है। लेकिन कुछ आसान तरीकों को अपना कर आप इन झगड़ों से निजात पा सकते हैं। 

उज्जैन. आज के तानाव भरे माहौल में अक्सर पति-पत्नी के बीच अनबन होती रहती है। कई मामलों में तो बात तलाक तक भी पहुंच जाती है। ज्योतिष के अनुसार पति-पत्नी की कुंडली में दोष भी इसका कारण हो सकते हैं। दोनों में से किसी एक की कुंडली में भी दोष होगा तो घर में कलह बनी रहती है। लेकिन कुछ आसान तरीकों को अपना कर आप इन झगड़ों से निजात पा सकते हैं। और सुखी दांपत्य जीवन जी सकते हैं।

इन योगों की वजह से होता है पति-पत्नी में झगड़ा
ज्योतिष में गुरु ग्रह को विवाह का कारक ग्रह माना गया है। जबकि विवाह का स्थान कुंडली का सप्तम स्थान होता है। कुंडली के सप्तम स्थान में यदि सूर्य, गुरु, राहु, मंगल, शनि जैसे ग्रह हों या इनकी दृष्टि हो तो व्यक्ति का वैवाहिक जीवन परेशानियों से भरा होता है। और आए दिन उसका अपने जीवन साथी के साथ विवाद होता रहता है। 
1. कुंडली के सप्तम भाव पर सूर्य के होने से आए दिन झगड़े होते रहते हैं। और कई बार तो तलाक तक की नौबत आ जाती है।
2. गुरु को विवाह का कारक ग्रह माना गया है। इसलिए अगर आप की कुंडली में गुरु कमजोर है तो आपको दांपत्य जीवन में परेशानियां आती रहती हैं। 

ये उपाय बचा सकते हैं आपकी शादी
1. पति-पत्नी दोनों को रोज शिवजी के साथ ही मां पार्वती की भी पूजा करनी चाहिए।
2. रोज सुबह पूजा के बाद पत्नी की मांग में लगा सिंदूर पति को लगाना चाहिए। इस उपाय से दोनों के बीच प्रेम बढ़ता है।
3. स्त्री को रोज मां पार्वती की पूजा कर उनको सिंदूर या कुमकुम चढ़ाना चाहिए। पूजा के बाद यही सिंदूर या कुमकुम अपनी मांग में भी लगाना चाहिए।
4. पति को हर शुक्रवार अपनी पत्नी को कोई न कोई उपहार लाना चाहिए।
5. कुंडली में जो भी अशुभ ग्रह हैं, उनके उपाय करना चाहिए।
6. हर गुरुवार केले के पौधे की पूजा करने से भी लाभ मिलता है।
7. शिवलिंग पर हल्दी की गांठ चढ़ाकर वैवाहिक जीवन में शांति बनाए रखने की प्रार्थना करें।