सार
नियुक्ति साक्षात्कार के लिए बुलाया गया है। सभी उपस्थित हैं। लेकिन बॉस ने देरी की है। पूरे 45 मिनट देरी से आए बॉस ने इंटरव्यू लिया है। महिला नाराज हो गई है। इसका बदला उसने अनोखे अंदाज में लिया है।
फर्स्ट इंप्रेशन इज द बेस्ट इंप्रेशन वाली कहावत की तरह नियुक्ति साक्षात्कार के दौरान अभ्यर्थी समय पर उपस्थित होते हैं। इससे वे समय की पाबंदी का परिचय देते हैं। वहीं, पहनावे पर भी विशेष ध्यान देते हैं। क्योंकि पहली नजर में ही प्रभावित करने की पूरी कोशिश करते हैं। ऐसे ही एक साक्षात्कार के लिए एक महिला को बुलाया गया। महिला तय समय पर पहुंच गई। लेकिन साक्षात्कार लेने वाले बॉस ही नहीं आए। पूरे 45 मिनट की देरी की। इससे महिला नाराज हो गई। साक्षात्कार खत्म होने के अगले दिन महिला को नौकरी का ऑफर लेटर मिला। लेकिन महिला ने जो फैसला लिया, उसने सबको हैरान कर दिया।
निकोले नाम की महिला अभ्यर्थी ने इस बारे में रेडिट पर पोस्ट किया है। अब यह खूब चर्चा में है। निकोले ने कई कंपनियों को अपना रिज्यूमे भेजा था। उसका रिज्यूमे देखकर एक कंपनी ने उसे नियुक्ति साक्षात्कार के लिए बुलाया। कंपनी ने साक्षात्कार की तारीख और समय ईमेल कर दिया।
कंपनी के बॉस द्वारा बताई गई तारीख और समय पर निकोले साक्षात्कार के लिए पहुंच गई। लेकिन साक्षात्कार लेने वाले कंपनी के बॉस ही नहीं आए। 10 मिनट, 20 मिनट बीत गए। इस तरह महिला 45 मिनट तक इंतजार करती रही। 45 मिनट की देरी से कंपनी के बॉस पहुंचे। फिर महिला को साक्षात्कार के लिए बुलाया। कुछ देर तक साक्षात्कार चला। पूछे गए सवालों और चुनौतियों का महिला ने सफलतापूर्वक सामना किया। निकोले के जवाबों से कंपनी के बॉस भी प्रभावित हुए। साक्षात्कार खत्म करके निकोले घर लौट आई।
अगले दिन निकोले को कंपनी की तरफ से जॉब ऑफर लेटर ईमेल किया गया। अच्छा वेतन ऑफर किया गया था। लेकिन इस जॉब ऑफर लेटर ईमेल का निकोले ने करारा जवाब दिया। उसने इस नौकरी को ठुकरा दिया। इसकी वजह बताते हुए उसने कहा कि समय की पाबंदी न करने वाले नालायक बॉस के साथ काम करना संभव नहीं है।
आपकी प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद। मुझे नौकरी का ऑफर देने के लिए मैं आपका सम्मान करती हूँ। लेकिन मैं इस नौकरी के ऑफर को ठुकरा रही हूँ। मुझे ऐसा कहते हुए दुख हो रहा है। लेकिन कोई और रास्ता नहीं है। कल हमारी मुलाकात ने मेरी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। क्योंकि मैं आपसे कम से कम समय की पाबंदी की उम्मीद कर रही थी। लेकिन आपने पूरे 45 मिनट की देरी की। सिर्फ देरी ही नहीं, इस बारे में आपको कोई पछतावा या अपराधबोध भी नहीं था। आप हमारे समय की कद्र नहीं कर सके। मुझे आपमें बॉस वाले कोई गुण नहीं दिखे। इसलिए मैं इस नौकरी के ऑफर को ठुकरा रही हूँ, ऐसा निकोले ने कंपनी के ईमेल का जवाब देते हुए लिखा।
अब इस ईमेल पर खूब चर्चा हो रही है। कंपनी के बॉस, मैनेजर स्तर के कई लोगों ने प्रतिक्रिया दी है। वहीं, कई कर्मचारियों ने भी इस ईमेल पर प्रतिक्रिया दी है। महिला के साहस की सराहना की है। साक्षात्कार के दौरान कई लोग काम से जुड़े कौशल और अनुभव के बारे में सवाल पूछने के बजाय बेतुके सवाल पूछकर उसी के आधार पर नौकरी का फैसला करते हैं। समय की पाबंदी न करने वाले बॉस नालायक होते हैं, ऐसा कई लोगों ने कहा है। वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि महिला को कोई और जॉब ऑफर मिला होगा। इसलिए उसने इतनी हिम्मत दिखाई।