सार

लेकिन, वहाँ बच्चों के ज़ोर-ज़ोर से रोने की आवाज़ सुनकर वह 10 मिनट से ज़्यादा वहाँ रुक नहीं पाईं। उन्होंने तुरंत ही वह नौकरी छोड़ दी।

सैकड़ों नौकरी के आवेदन भेजने और कई इंटरव्यू देने के बाद भी निराश सोफी वार्ड को आखिरकार एक नौकरी मिल ही गई। लेकिन, वह इस नौकरी में 10 मिनट भी नहीं टिक पाईं।

news.com.au के अनुसार, 32 वर्षीय सोफी को बच्चों की देखभाल करने वाली एक संस्था में नौकरी मिली थी। सोफी ने बताया कि बच्चों का रोना उन्हें बर्दाश्त नहीं हुआ, इसलिए उन्होंने नौकरी छोड़ दी।

यूके की रहने वाली सोफी ने सोशल मीडिया पर अपना अनुभव साझा किया। उन्होंने बताया कि उन्होंने कई किराना दुकानों में नौकरी के लिए आवेदन किया था, लेकिन उन्हें कहीं भी नौकरी नहीं मिली। उन्होंने कई रिटेल स्टोर्स में भी अपना रिज्यूमे दिया, लेकिन वहाँ भी उन्हें निराशा ही हाथ लगी। कई नौकरियों के लिए उन्होंने इंटरव्यू भी दिए, लेकिन पहले दौर के बाद उन्हें कोई वापस नहीं बुलाता था।

आखिरकार, उन्होंने चाइल्ड केयर के क्षेत्र में हाथ आजमाने का फैसला किया। लेकिन, वहाँ बच्चों के ज़ोर-ज़ोर से रोने की आवाज़ सुनकर वह 10 मिनट से ज़्यादा वहाँ रुक नहीं पाईं। उन्होंने तुरंत ही वह नौकरी छोड़ दी। सोफी ने यह भी बताया कि वह अपना खाना भी वहीं छोड़कर चली आईं।

सोफी की पोस्ट पर कई लोगों ने प्रतिक्रिया दी। ज्यादातर लोगों ने कहा कि चाइल्ड केयर हर किसी के बस की बात नहीं है। इसके लिए विशेष कौशल की आवश्यकता होती है। अगर सोफी यह काम नहीं कर सकतीं, तो उन्होंने इसे छोड़कर अच्छा किया।