आंध्र प्रदेश के एक गांव से वायरल वीडियो में एक महिला को प्रसव के बाद उफनती नदी पार करते हुए दिखाया गया है, जो बुनियादी सुविधाओं की कमी को उजागर करता है और सवाल खड़े करता है।

इंसानी जीवन में अगर सबसे ज़्यादा देखभाल और सावधानी की ज़रूरत होती है तो वो है गर्भावस्था और प्रसव के बाद के शुरुआती दिन। लेकिन हर महिला को ये ज़रूरी देखभाल नसीब नहीं होती। कहीं न कहीं पैसे और हैसियत का फर्क नज़र आ ही जाता है। हाल ही में एक्स यूजर पी पवन द्वारा शेयर किया गया एक वीडियो इस बात का जीता-जागता उदाहरण है। वीडियो आंध्र प्रदेश के अल्लूरी जिले के अडताईगल ब्लॉक के पिनजारिकोंडा गांव का है, जिसमें एक महिला प्रसव के बाद अपने घर लौट रही है. 

वीडियो शेयर करते हुए पवन ने लिखा, 'उन्हें अच्छे से पता है कि गर्भवती महिला को कंधे पर उठाकर उफनती नदी पार करना कितना खतरनाक है। और उन्हें यह भी पता है कि उसे अस्पताल नहीं ले जाना भी उतना ही जोखिम भरा है।' हालाँकि, वीडियो में दिख रही महिला गर्भवती नहीं थी। उनके बच्चे को आगे चल रहे एक शख्स ने गुलाबी रंग के तौलिए में लपेट रखा था। दरअसल, ये एक परिवार का प्रसव के बाद घर वापसी का सफ़र था। बच्चे के जन्म के बाद के शुरुआती दिनों में महिलाओं को चलने में काफी दिक्कत होती है। ऐसे में उफनती नदी पार करना बेहद ख़तरनाक हो सकता है। यही वजह है कि महिला के पति ने उसे कंधे पर उठाकर नदी पर बने चेक डैम को पार करने की कोशिश की. 

 

Scroll to load tweet…

 

इस वीडियो पर ढेरों लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी। ज़्यादातर लोगों ने वीडियो के कैप्शन के आधार पर ही अपनी राय रखी। कुछ लोगों ने सवाल उठाया कि आखिर देश को आजादी मिलने के बाद भी बुनियादी सुविधाओं में सुधार क्यों नहीं हो पा रहा है? तो कुछ ने सरकार से सवाल किया कि आखिर वो कर क्या रही है? वहीं कुछ लोगों ने भारत के 'अमृतकाल' का मज़ाक उड़ाया। एक यूजर ने लिखा, ‘आखिर 7 दशकों से भारत क्या कर रहा था? अगर किसी नेता के साथ ऐसा हुआ होता तो अब तक तो वहाँ हेलीकॉप्टर पहुँच गया होता।’