सार
'जीवन अप्रत्याशित मोड़ों से भरा है। इसमें, दयालु बनें, सहानुभूति दिखाएँ, अपने ड्राइविंग कौशल को बढ़ाएँ, पता नहीं कब काम आ जाएँ।'
हम कहीं जाने के लिए टैक्सी बुलाते हैं। लेकिन, अगर ड्राइवर सो जाए तो? ऐसा ही एक अनोखा अनुभव बेंगलुरु के एक युवक ने शेयर किया है। आईआईएम ग्रेजुएट और कैंप डायरीज बेंगलुरु के संस्थापक मिलिंद चंदवानी ने इंस्टाग्राम पर अपना अनुभव शेयर किया।
मिलिंद बताते हैं कि उन्होंने सुबह एयरपोर्ट से एक टैक्सी बुक की। लेकिन, मिलिंद के टैक्सी ड्राइवर को बहुत नींद आ रही थी। नींद भगाने के लिए रास्ते में रुककर चाय पी, सिगरेट भी पी। लेकिन, कोई फायदा नहीं हुआ।
आखिरकार मिलिंद ने ड्राइवर से एक सवाल पूछा। क्या अब मैं गाड़ी चलाऊँ? ड्राइवर तुरंत मान गया। फिर ड्राइवर पैसेंजर सीट पर बैठकर सो गया और मिलिंद गाड़ी चलाने लगे। गूगल मैप की मदद से उन्होंने सफर पूरा किया। पहुँचने पर ड्राइवर के बॉस का फोन आया और ड्राइवर ने उनसे कहा कि अब वह रात की शिफ्ट नहीं कर सकता और क्या उसे दिन की शिफ्ट मिल सकती है, यह भी मैंने सुना, मिलिंद कहते हैं।
'जीवन अप्रत्याशित मोड़ों से भरा है। इसमें, दयालु बनें, सहानुभूति दिखाएँ, अपने ड्राइविंग कौशल को बढ़ाएँ, पता नहीं कब काम आ जाएँ,' मिलिंद ने लिखा है।
बहुत जल्द ही मिलिंद की पोस्ट लोगों का ध्यान खींचने लगी। ढेर सारे लोग पोस्ट पर कमेंट करने लगे। कुछ लोगों ने अपने ऐसे ही अनुभव शेयर किए। इनमें कुछ मजेदार किस्से भी हैं। एक महिला ने लिखा कि उसके टैक्सी ड्राइवर को नींद आ रही थी। लेकिन, जब उसने गाड़ी चलाने की बात कही तो वह नहीं माना और फिर उसे नींद भी नहीं आई।
एक अन्य व्यक्ति ने लिखा कि उसने भी ऐसे ही ड्राइवर से गाड़ी चलाने को कहा था। जब वह गाड़ी चला रहा था, तब ड्राइवर फोन पर अपनी प्रेमिका से बातें कर रहा था।