बेंगलुरु की एक ट्रेन में एक यात्री का सिगरेट पीते हुए वीडियो वायरल हुआ। खुद को रेलवे कर्मचारी बताकर उसने यात्रियों से कहा, "जो करना है कर लो।" इस घटना की सोशल मीडिया पर कड़ी आलोचना हुई और रेलवे से कार्रवाई की मांग की गई।
लगभग '90 के दशक के आखिर तक, ट्रेन के डिब्बों में सिगरेट पीने वाले यात्रियों के लिए राख झाड़ने के लिए ऐशट्रे लगे होते थे। लेकिन, बाद में रेलवे ने यात्री डिब्बों से ऐसी सुविधाएं हटा दीं। सिगरेट से फेफड़ों की बीमारियां होने की रिपोर्ट भी इसका एक कारण थी। करीब तीन दशक हो गए हैं जबसे रेलवे ने कानून बनाकर ट्रेन के अंदर सिगरेट पीना बैन कर दिया है। लेकिन हाल ही में, एक यात्री का कोच में बैठकर खुलेआम सिगरेट पीते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। अपने इस काम पर सवाल उठाने वालों से अकड़कर बात करते हुए उस शख्स के वीडियो की खूब आलोचना हो रही है।
‘जो चाहे कर लो’
वीडियो से पता चलता है कि यह घटना बेंगलुरु की एक ट्रेन में हुई। यात्रियों ने उससे सवाल किया और सिगरेट पीना बंद करने को कहा। तब उसने दावा किया कि वह एक रेलवे कर्मचारी है और जो चाहे कर सकता है। कैमरे में कैद हुई उसकी इस हरकत पर ट्रेन के अंदर और सोशल मीडिया पर लोगों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। युवक का जवाब था, 'मैं एक रेलवे कर्मचारी हूं, आपको जो करना है कर लो।' पोस्ट में यह भी लिखा गया कि इससे दूसरे यात्रियों को परेशानी हो रही है। साथ ही यह भी बताया गया कि सिर्फ रेलवे कर्मचारी होने का दावा करने से किसी को कानून तोड़ने का अधिकार नहीं मिल जाता।
सोशल यूजर्स ने क्या कहा…
वीडियो वायरल होने के बाद, कई लोगों ने रेलवे के एक्स (X) अकाउंट पर वीडियो टैग करके कार्रवाई की मांग की। इसके बाद, रेलवे सेवा ने जवाब में पूछा कि यह घटना कब और कहां हुई और ट्रेन की जानकारी मांगी। कुछ लोगों ने लिखा कि पहले मुफ्त टिकट जैसी सुविधाएं खत्म करनी चाहिए और ऐसे फायदों की भरपाई के लिए अतिरिक्त सैलरी दी जाए, तो ऐसी चीजें बंद हो जाएंगी। वहीं, कुछ अन्य लोगों ने ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करने और उस व्यक्ति को गिरफ्तार करने की मांग की।
