वंदे भारत ट्रेन में एक डॉक्टर अपनी घड़ी भूल गए। रेलवे की वेबसाइट पर शिकायत दर्ज करने के केवल 40 मिनट के भीतर आरपीएफ ने घड़ी ढूंढ निकाली। डॉक्टर ने रेलवे की इस त्वरित और कुशल कार्रवाई की सराहना की।
चेन्नई: एक डॉक्टर ने वंदे भारत ट्रेन में सफर के दौरान हुए एक वाकये और उसके 40 मिनट बाद हुए कमाल के बारे में बताया है। डॉक्टर साहब वंदे भारत ट्रेन से चेन्नई के पास एग्मोर जा रहे थे। सफर के बीच में जब वो वॉशरूम गए, तो अपनी घड़ी उतारकर वहीं भूल गए। ट्रेन से उतरकर घर पहुंचने के बाद उन्हें याद आया कि वो अपनी घड़ी भूल आए हैं। उन्होंने फौरन रेलवे की वेबसाइट पर शिकायत दर्ज की। डॉक्टर ने बताया कि कैसे शिकायत दर्ज करने के सिर्फ 40 मिनट के अंदर उनकी घड़ी मिल गई, जो किसी रोमांचक घटना से कम नहीं था।
आधी रात 12:49 पर आया फोन
डॉक्टर रात 11 बजे एग्मोर रेलवे स्टेशन पहुंचे थे। ट्रेन से उतरकर घर पहुंचने पर उन्हें याद आया कि सफर के दौरान वॉशरूम में वो अपनी घड़ी वहीं छोड़ आए हैं। घर तो आ गए थे, अब क्या करें, ये सोचते हुए उन्होंने आधी रात करीब 12:28 बजे भारतीय रेलवे की वेबसाइट पर अपना पीएनआर नंबर, आधार नंबर और दूसरी जानकारी देकर शिकायत दर्ज की। शिकायत कन्फर्म होने के बाद वो घड़ी खोने के दुख में बैठे सोच ही रहे थे कि करीब 12:49 पर रेलवे विभाग के आरपीएफ से एक कॉल आया। उन्होंने बताया कि जिस वंदे भारत ट्रेन में आपने सफर किया था, वो यार्ड में चली गई है और जांच करने के लिए कह दिया गया है।
आधी रात 1:21 पर आया वॉट्सऐप मैसेज
आधी रात 1:21 पर वॉट्सऐप पर घड़ी की फोटो आई। इसके बाद आरपीएफ अधिकारी ने फोन करके बताया कि घड़ी मिल गई है। उन्होंने कहा कि आप कन्फर्म करके अपनी घड़ी ले जाइए। शिकायत दर्ज करने से लेकर घड़ी मिलने और फोन आने तक, इस सब में कुल 40 मिनट लगे। डॉक्टर ने बताया कि 40 मिनट में उनकी खोई हुई घड़ी मिल गई।
अगले दिन मैं स्टेशन गया, अपने डॉक्यूमेंट्स दिखाए और घड़ी वापस ले आया। घड़ी ढूंढने में मेहनत करने वाले रेलवे विभाग के सभी कर्मचारियों को मेरा सलाम। डॉक्टर ने कहा, ‘इस कहानी से यही सीख मिलती है कि किसी भी हाल में हिम्मत न हारें और सरकार पर भरोसा रखें।’
