सार
कुछ महीने पहले, एस्ट्रिड एस्मेराल्डा नाम की एक डैनिश महिला बिना किसी प्लान के भारत आ गई. अब वो कहती है कि भारत आकर यहाँ रहना, उसके जीवन के सबसे अच्छे फैसलों में से एक है. एस्ट्रिड एस्मेराल्डा 10 महीने पहले भारत आई थी. उसने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के ज़रिए भारत में अपनी ज़िंदगी के बारे में बताया है. इसमें उसने बताया है कि कैसे उसने सब कुछ छोड़कर भारत में रहने का फैसला किया और कोपेनहेगन छोड़ने का उसका क्या कारण था.
कोपेनहेगन एक ऐसा शहर है जो अपने इतिहास और आधुनिक खोजों के लिए जाना जाता है. लेकिन, एस्मेराल्डा कहती है कि वो उस शहर से ऊब चुकी थी. 'मुझे एक बदलाव चाहिए था. मुझे लगा कि कोपेनहेगन में मेरे लिए कुछ भी नहीं बचा है. मुझे अपनी नौकरी, अपना अपार्टमेंट, अपने दोस्त, सब कुछ पसंद था. लेकिन, मैं उस शहर से बहुत ऊब चुकी थी.'
वो कहती है कि वहाँ सिर्फ़ गर्मियों का मौसम ही अच्छा होता है. बाकी समय, हर कोई बस गर्मियों का इंतज़ार करता रहता है. इसलिए उसने वहाँ सब कुछ बेचकर भारत आने का फैसला किया.
वो कहती है कि भारत ने उसकी आँखें खोल दी हैं. उसे भारत में ज़िंदा होने का एहसास होता है. उसे यहाँ के लोग, प्रकृति और ज़िंदगी, सब कुछ पसंद है. वो एक महीने और यहाँ रहेगी, फिर यूरोप वापस जाएगी और उसके बाद फिर से भारत लौटेगी.