सार

एक दर्शक ने लिखा कि बेंगलुरु के लोगों को बीच-बीच में दूसरे शहरों में भी जाना चाहिए। 

भारत की सिलिकॉन वैली कहे जाने वाले शहर बेंगलुरु को भारत के किसी भी अन्य शहर की तुलना में अधिक विकसित माना जाता है। यहाँ के निवासी इसे एक बड़ी बात मानते हैं और अपने रोज़मर्रा के अनुभवों से जुड़ी मज़ेदार और अजीबोगरीब कहानियाँ सोशल मीडिया पर शेयर करते रहते हैं। 'पीक बेंगलुरु मोमेंट्स' नामक प्रसिद्ध हैशटैग के साथ, बेंगलुरु के निवासी अक्सर ऐसे अनुभव पोस्ट करते हैं। सोशल मीडिया यूज़र्स के बीच भी 'पीक बेंगलुरु मोमेंट्स' काफ़ी लोकप्रिय हैं।

हालांकि, पिछले दिनों एक महिला द्वारा शेयर किया गया एक 'पीक बेंगलुरु मोमेंट' काफ़ी आलोचना और मज़ाक का पात्र बन गया। सोशल मीडिया यूज़र्स ने इस शब्द के अनावश्यक अति-उपयोग पर सवाल उठाए। महिला की पोस्ट कुछ इस प्रकार थी: 'पीक बेंगलुरु मोमेंट्स: जब मैंने कैश देने की पेशकश की तो ऑटो वाले ने मना कर दिया और UPI से पैसे मांगे। फिर बोला- आज के ज़माने में कौन कैश यूज़ करता है मैडम!' 

 

हालांकि कई लोगों ने इस पोस्ट को देखा और इसने ध्यान आकर्षित किया, लेकिन पोस्ट पर ज़्यादातर व्यंग्यात्मक और आलोचनात्मक टिप्पणियाँ ही आईं। एक व्यक्ति ने लिखा कि यह 2025 है और अभी भी ऐसे लोग हैं जो सामान्य बातों को 'पीक बेंगलुरु मोमेंट्स' कहते हैं। एक अन्य व्यक्ति ने लिखा कि कुछ बेवकूफ़ लोग मानते हैं कि दुनियाभर में जो कुछ होता है, वह सिर्फ़ बेंगलुरु में ही होता है। एक अन्य व्यक्ति ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि बेंगलुरु के लोगों को जल्द से जल्द शहर से बाहर निकलकर दूसरे शहरों को भी देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि बेंगलुरु में ऐसी कोई ख़ास बात नहीं है। एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि सोशल मीडिया पोस्ट में सबसे अविश्वसनीय बात यह थी कि ऑटो चालक ने कन्नड़ की बजाय हिंदी में बात की।