सार

Famous Devi Mandir in West Bangle: चैत्र नवरात्रि में बंगाल के प्रसिद्ध देवी मंदिरों के दर्शन का विशेष महत्व है। इस बार चैत्र नवरात्रि में पश्चिम बंगाल के कालीघाट, तारापीठ और दक्षिणेश्वर जैसे मंदिरों का दर्शन करें।

Famous Devi Temple in Bengal: चैत्र नवरात्रि के दौरान देवी दुर्गा और अन्य शक्तिपीठों के दर्शन का विशेष महत्व होता है। हर कोई चैत्र नवरात्रि के अवसर पर मां दुर्गा की पूजा, अराधना, पाठ एवं मंदिर जाकर देवी मां के दर्शन करने जाते हैं। इस चैत्र नवरात्रि पर अगर आप अपने शहर की नहीं बल्कि देश के अन्य देवी की मंदिर के दर्शन करना चाहते हैं तो आप पश्चिम बंगाल में कई शक्तिपीठ और प्रसिद्ध देवी मंदिर स्थित हैं, जहां नवरात्रि के समय भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। चलिए इस लेख में बंगाल के कुछ प्रमुख देवी मंदिरों के बारे में विस्तार से बताया है, चलिए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।

बंगाल के प्रसिद्ध देवी के मंदिर

कालीघाट काली मंदिर (KaliGhat Kali Temple, Kolkata)

  • स्थान: कोलकाता
  • यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है, जहां देवी सती के दाहिने पैर की चार उंगलियां गिरी थीं।
  • यहां की देवी 'काली मां' के रूप में पूजी जाती हैं, जिनका रूप अत्यंत जाग्रत और प्रभावशाली माना जाता है।
  • चैत्र नवरात्रि में इस मंदिर में विशेष पूजा, हवन और भजन-कीर्तन का आयोजन किया जाता है।

तारापीठ मंदिर (TaraPith Temple, Birbhum)

  • स्थान: बीरभूम जिला
  • यह मंदिर मां तारा (महाकाली का एक रूप) को समर्पित है।
  • तंत्र-साधना और सिद्धि प्राप्ति के लिए यह मंदिर विशेष रूप से प्रसिद्ध है।
  • नवरात्रि के दौरान यहां भक्त माता तारा की कृपा पाने के लिए विशेष अनुष्ठान और हवन करवाते हैं।

दक्षिणेश्वर काली मंदिर (Dakshineswar Kali Temple, Kolkata)

  • स्थान: कोलकाता
  • यह मंदिर मां काली के एक अन्य प्रसिद्ध रूप को समर्पित है।
  • यह वही मंदिर है जहां रामकृष्ण परमहंस ने मां काली की आराधना की थी।
  • नवरात्रि में यहां देवी दुर्गा और काली की विशेष पूजा की जाती है, जिसमें हजारों श्रद्धालु भाग लेते हैं।

किर्तेश्वरी मंदिर (Kiriteshwari Temple, Murshidabad)

  • स्थान: मुर्शिदाबाद
  • यह मंदिर बंगाल के सबसे पुराने शक्तिपीठों में से एक है।
  • मान्यता है कि यहां देवी सती का मुकुट (किरीट) गिरा था, इसलिए इसे किर्तेश्वरी मंदिर कहा जाता है।

त्रिपुर सुंदरी मंदिर (Tripurasundari Temple, Bansberia)

  • स्थान: हुगली जिला
  • यह मंदिर मां त्रिपुर सुंदरी को समर्पित है, जो देवी दुर्गा का एक शक्तिशाली रूप मानी जाती हैं।
  • यह बंगाल के सबसे प्रमुख सिद्ध पीठों में से एक है।

फुलरा देवी मंदिर (Phullora Devi Temple, Birbhum)

  • स्थान: बीरभूम जिला
  • मान्यता है कि इस स्थान पर देवी सती के नाक का आभूषण गिरा था।
  • यह मंदिर बंगाल के प्रमुख शक्ति स्थलों में गिना जाता है।

अट्टाहास मंदिर (Attahas Temple, Birbhum)

  • स्थान: बीरभूम जिला
  • यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है, जहां देवी सती के अधर (होंठ) गिरे थे।
  • चैत्र नवरात्रि के दौरान यहां देवी भक्तों का तांता लगा रहता है।
  • इस मंदिर में देवी को विशेष रूप से सिंदूर और लाल वस्त्र अर्पित किए जाते हैं।