सार
2025 के सिर्फ 5 महीनों में टेक वर्ल्ड में हाहाकार मच गया है। गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और अमेजन जैसी दिग्गज कंपनियों ने 61,000 से ज्यादा एम्प्लॉइज को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इसका कारण मंदी या मार्केट क्रैश नहीं बल्कि इसके पीछे की वजह और भी शॉकिंग है।
Tech Layoffs 2025 : इस साल सिर्फ 5 महीने में ही टेक वर्ल्ड में भूचाल आ गया है। गूगल (Google) से लेकर माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) और अमेजन (Amazon) जैसे दिग्गज कंपनियों से लेकर छोटी साइबर सिक्योरिटी फर्म्स तक, अपने कर्मचारियों की संख्या कम कर रहे हैं। Layoffs.fyi की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2025 की शुरुआत से अब तक 130 से ज्यादा कंपनियों में 61,300 से ज्यादा लोगों की जॉब्स जा चुकी हैं। ये छंटनियां खासतौर पर क्लाउड, एडवरटाइजिंग, HR, डिवाइसेस, सॉफ्टवेयर और सेल्स जैसे सेक्टरों में हुई हैं। लेकिन इसके पीछे की वजह किसी तरह की मंदी या मार्केट क्रैश नहीं है। बल्कि 3 वजहों से टेक इंडस्ट्रीज चुपचाप अपने वर्कर को बाहर का रास्ता दिखा रही हैं।
किस कंपनी में कितनी जॉब गई
1. Microsoft
छंटनी- 6,000 लोग
कारण- मिड-मैनेजमेंट को हटाकर प्रोडक्ट इंजीनियरिंग पर फोकस, ग्लोबल रोल्स को ऑप्टिमाइज करना
2. Google
कितनी जॉब गई- मई 2025 में GBO से 200 कर्मचारी बाहर किए, लेकिन कंपनी साइलेंटली जॉब कट की स्ट्रैटजी अपना रही है
टारगेट सेक्शन- पिक्सल, एंड्रॉइड, क्रोम, गूगल क्लाउड
वजह- AI और ऑटोमेशन की ओर इंट्रेस्ट, धीरे-धीरे टीम को री-शेप करना
3. Amazon
छंटनी- करीब 100 लोग, खासकर Alexa और Zoox जैसी सर्विसेस से
कारण- स्लो डिवाइस ग्रोथ, AWS और लॉजिस्टिक्स को प्राथमिकता, एक्सपेरिमेंटल प्रोजेक्ट्स में कटौती
4. CrowdStrike
छंटनी- ग्लोबल वर्कफोर्स का 5%
कारण- हाइपरग्रोथ की जगह प्रॉफिट पर फोकस, AI-ड्रिवन साइबर सिक्योरिटी टूल्स
5. IBM
छंटनी- सैकड़ों लोग, खासतौर पर HR और एडमिन डिपार्टमेंट से
नए रिक्रूटमेंट- इंजीनियर, प्रोग्रामर और सेल्स प्रोफेशनल्स
कारण- HR में AI ऑटोमेशन, क्वांटम कंप्यूटिंग और क्लाउड पर फोकस
2025 में क्यों हो रही है इतनी छंटनी
1. ग्लोबल इकॉनमी का झटका
ऊंचे ब्याज दर, महंगाई और दुनिया में चल रहे जियोपॉलिटिकल टेंशन ने कंपनियों को मुनाफा बचाने की दिशा में सोचने पर मजबूर कर दिया है।
2. पोस्ट-कोविड रियलिटी
कोविड के समय डिजिटल डिमांड इतनी तेज़ी से बढ़ी कि कंपनियों ने भारी भरकम हायरिंग कर ली। अब जब ग्रोथ नॉर्मल हो रही है, तो टीम को छोटा किया जा रहा है।
3. AI की एंट्री
अब आर्टिफिशिएल इंटेलिजेंस पर फोकस काफी ज्यादा बढ़ रहा है। ChatGPT, Bard और Copilot जैसे AI टूल्स कोडिंग से लेकर कस्टमर सर्विस तक में हेल्प कर रहे हैं। कई काम बड़ी ही आसानी से मशीनें कर रही हैं, इसलिए बड़ी टीमें जरूरी नहीं रह गई हैं।
टेक इंडस्ट्रीज में क्या आएगा भी जाएगी जॉब्स
ये छंटनियां सिर्फ खर्चा घटाने के लिए नहीं हो रहीं, बल्कि पूरे डिजिटल वर्कफोर्स को नए सिरे से डिजाइन करने की कोशिश है। कंपनियां अब AI को फोकस में रखकर फ्यूचर प्लान बना रही हैं। इसलिए आने वाले समय में जॉब मार्केट उन्हीं के लिए फायदेमंद होगा, जो नई स्किल्स सीखने को तैयार हैं, खासकर AI और टेक से जुड़ी स्किल्स।