सार

Google I/O 2025 में एक नया और जबरदस्त AI फीचर पेश किया गया है- Deep Think। ये इंसानों की तरह सोचने-समझने वाला सिस्टम है। अब तक के AI तुरंत जवाब दे देते थे, लेकिन Deep Think पहले सोचता है, सवाल को समझता है और फिर जवाब देता है।

 

Google I/O 2025 : गूगल I/O 2025 के दूसरा दिन इंटरनेट पर छा गया। CEO सुंदर पिचाई (Sundar Pichai) की एंट्री के साथ जैसे ही शो शुरू हुआ, हर टेक लवर की धड़कनें तेज हो गईं। गूगल ने इस बार कुछ ऐसा पेश किया जो अब तक सिर्फ साइंस फिक्शन में देखा था- AI जो सिर्फ जवाब नहीं देता, बल्कि 'सोचता' है।

Google Beam: 2D को 3D में बदलने वाला अगला इंटरनेट रिवॉल्यूशन

इस बार गूगल ने एक नया वीडियो कम्युनिकेशन प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है- Google Beam...ये कोई आम ऐप नहीं है। इसका काम है आपकी 2D वीडियो कॉल को रियलिस्टिक 3D एक्सपीरियंस में बदल देना। मतलब अब वीडियो कॉल सिर्फ स्क्रीन पर नहीं, जैसे सामने बैठा हो, वैसा ही फील आएगा! ये फीचर जल्द ही वीडियो मीटिंग्स, सोशल नेटवर्किंग और रिमोट कोलैबरेशन की दुनिया में गेमचेंजर साबित हो सकता है।

Deep Think: AI जो सोचता, समझता और जवाब देता है

अब बात करते हैं गूगल के सबसे बड़े ब्रेन-स्टॉर्म Deep Think की। ये नाम सिर्फ स्टाइलिश नहीं, इसका काम भी वैसा ही है। अब तक के AI बस फटाफट जवाब देते थे, लेकिन Deep Think सोच-समझकर रिप्लाई करेगा। यानी ये इंसानों की तरह विचार करेगा।

Deep Think क्यों है खास

  • Multi-layered सवालों का मास्टर होगा। ये सिर्फ आसान नहीं, कठिन सवालों को भी ब्रेकडाउन करके समझेगा।
  • Context का किंग होगा, जो सिर्फ शब्द नहीं, पूरे बातचीत के बैकग्राउंड को समझेगा।
  • कम गलतियां, ज्यादा भरोसेमंद जवाब देगा, जिससे बेफिजूल जवाबों से छुटकारा मिलेगा।
  • डीप थिंक क्रिएटिविटी बूस्टर (Creativity Booster) होगा, जो सिर्फ नॉलेज नहीं, कहानियां, म्यूजिक, कोडिंग में भी मदद करेगा।

Lyria Real-Time: जब AI ने म्यूजिक कंपोज किया लाइव

गूगल ने इवेंट के दौरान DeepMind की नई क्रिएशन Lyria को भी दिखाया। लाइव म्यूजिक जनरेशन करके बताया कि कैसे AI अब सिर्फ सुनता और बोलता नहीं, बनाता भी है। यह Deep Think के उस भविष्य की झलक है जहां मशीनें सिर्फ इंस्ट्रक्शन नहीं, इमोशन भी समझेंगी।