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दुनिया के टॉप 10 अमीरों में नाम लेकिन सुनकर चौंक जाएंगे Mark Zuckerberg की सैलरी
मेटा CEO मार्क ज़करबर्ग की मासिक सैलरी मात्र 85 रुपये है! जानिए कम सैलरी के बावजूद दुनिया के टॉप 10 अमीरों में कैसे शामिल हैं ज़करबर्ग।
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मेटा दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है। इतना ही नहीं, यह हज़ारों करोड़ रुपये की कमाई करती है। फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप की मालिक मेटा दुनिया की सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली कंपनियों में से एक है। इस कंपनी के संस्थापक और CEO मार्क ज़करबर्ग दुनिया के टॉप 10 अमीर लोगों की लिस्ट में हैं। लेकिन मेटा के CEO ज़करबर्ग की सैलरी सिर्फ़ 85 रुपये है।
मार्क ज़करबर्ग 2013 में 4 करोड़ रुपये सैलरी लेते थे। लेकिन 2025 में मार्क ज़करबर्ग की मासिक सैलरी सिर्फ़ 85 रुपये है। 2018 में कई अंग्रेजी मीडिया ने इस बारे में खबर छापी थी। खास बात यह है कि खुद मार्क ज़करबर्ग ने कहा था कि उन्हें सिर्फ़ 1 अमेरिकी डॉलर सैलरी काफ़ी है। इसी के चलते कई सालों से मार्क ज़करबर्ग सिर्फ़ 85 रुपये मासिक सैलरी ले रहे हैं।
मार्क ज़करबर्ग ने 2004 में फेसबुक की शुरुआत की थी। तब से लेकर अब तक फेसबुक में सबसे कम सैलरी पाने वाले कर्मचारी मार्क ज़करबर्ग ही हैं। इतनी कम सैलरी के बावजूद मार्क ज़करबर्ग दुनिया के अमीरों की लिस्ट में कैसे शामिल हैं? इस सवाल का जवाब है।
2025 की फोर्ब्स लिस्ट में मार्क ज़करबर्ग दुनिया के टॉप 10 अमीरों की लिस्ट में शामिल हैं। फोर्ब्स के मुताबिक, मार्क ज़करबर्ग की संपत्ति 120 बिलियन अमेरिकी डॉलर है। इसकी मुख्य वजह मेटा के बढ़ते शेयर हैं, जिनकी वजह से ज़करबर्ग की संपत्ति दिन-ब-दिन बढ़ रही है।
मार्क ज़करबर्ग ने कई दूसरी टेक कंपनियों में भी निवेश किया है। खासतौर पर मेटा के शेयर ज़करबर्ग की संपत्ति को दोगुना कर रहे हैं। सोशल मीडिया नेटवर्किंग साइट के तौर पर शुरू हुआ फेसबुक अब एक बहुत बड़ा सोशल मीडिया और बिज़नेस बन गया है।
कंपनी के CEO या प्रमुख के तौर पर बिना सैलरी के काम करने का चलन नया नहीं है। रिलायंस इंडस्ट्री के प्रमुख मुकेश अंबानी भी सैलरी नहीं लेते। मुकेश अंबानी 15 करोड़ रुपये सैलरी लेते थे। लेकिन कोविड के दौरान उन्होंने बिना सैलरी के काम करने का फैसला किया। अब भी मुकेश अंबानी बिना सैलरी के काम कर रहे हैं।