सार

भारत में विवाहेतर डेटिंग ऐप Gleeden के यूजर्स की संख्या 30 लाख पार कर गई है, जिसमें महिलाओं की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई है। बेंगलुरु इस ऐप के इस्तेमाल में सबसे आगे है।

टेक डेस्क। भारतीय समाज में शादी के बाद दूसरे साथी की तलाश को ठीक नहीं माना जाता। यही, वजह है कि यहां दूसरे देशों की तुलना में तलाक कम होते हैं और विवाह पूरे जीवन तक टिकता है। हालांकि, ऐसे लोगों की भी कमी नहीं है जो शादी के बाद भी नए साथी की तलाश में रहते हैं। इसकी झलक विवाहेतर डेटिंग ऐप ग्लीडेन (Gleeden) के डेटा से मिली है। इसपर 30 लाख से ज्यादा भारतीय एक्टिव हैं। सबसे अधिक यूजर के साथ बेंगलुरु पहले स्थान पर है।

Gleeden ने बताया है कि 2024 में ऐप के यूजर बेस में 270 प्रतिशत की वृद्धि हुई। महिला यूजर की संख्या में 128 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। अब ग्लीडेन के यूजर्स में 58 प्रतिशत महिलाएं हैं। इनमें से 40 प्रतिशत प्रतिदिन ऐप पर 45 मिनट तक समय बिताती हैं। बहुत से यूजर 30-45 साल के हैं।

ग्लीडेन के लिए बड़ा बाजार है भारत

ग्लीडेन की भारत में कंट्री मैनेजर सिबिल शिडेल ने कहा, "भारत हमेशा से ग्लीडेन के लिए महत्वपूर्ण बाजार रहा है। 30 लाख यूजर्स के आंकड़े तक पहुंचना भारत में रिश्तों की बदलती धारणाओं का प्रमाण है। महिला यूजर्स की बढ़ती दिलचस्पी आज की दुनिया में सुरक्षा, विवेक और पसंद की स्वतंत्रता को प्राथमिकता देने वाले प्लेटफॉर्म का महत्व बताती है।"

ग्लीडेन के 20 फीसदी यूजर बेंगलुरु के

ग्लीडेन के भारतीय यूजर बेस में 20 प्रतिशत के साथ बेंगलुरु सबसे आगे है। इसके बाद मुंबई में 19 प्रतिशत, कोलकाता में 18 प्रतिशत और दिल्ली में 15 प्रतिशत यूजर हैं। मेट्रो शहरों में सबसे ज्यादा यूजर हैं। भोपाल, वडोदरा और कोच्चि जैसे छोटे शहरों में भी यूजर तेजी से बढ़ रहे हैं।

ग्लीडेन की योजना 30 लाख यूजर्स तक सीमित रहने की नहीं है। इसकी योजना और अधिक शहरों में विस्तार करने की है। इसकी कोशिश है कि अगले साल तक भारतीय यूजर्स की संख्या 50 लाख के पार पहुंच जाए।