Elon Musk: दुनिया के सबसे रईस इंसान एलन मस्क की कुछ हैबिट्स उन्हें दिनभर के लिए रिचार्ज करती हैं। इनमें से एक '3 मिनट रूल' भी है, जिसे वो मेंटल रीसेट कहते हैं. यही हैबिट उनके क्रिएटिविटी और फोकस का सीक्रेट मानी जाती है।
Elon Musk Hidden Habit : क्या आप जानते हैं कि दुनिया का सबसे बिजी और अमीर इंसान, जिसकी एक-एक मिनट की वैल्यू अरबों डॉलर है वो दिन में सिर्फ तीन मिनट खुद के लिए निकालते हैं और उन तीन मिनट में कुछ भी नहीं सोचते। जी हां हम बात कर रहे हैं टेस्ला, SpaceX, X (Twitter) और Neuralink जैसी कंपनियों के CEO एलन मस्क की। सुनने में अजीब लग सकता है, लेकिन यही मस्क की सबसे पावरफुल आदतों में से एक है। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि वो हर दिन कुछ मिनटों के लिए पूरी तरह दिमाग बंद कर देते हैं। उस दौरान ना कोई प्लान, ना कोई आइडिया, सिर्फ एक शांत ब्रेक लेते हैं।
एलन मस्क का 'No Thinking' टाइम क्या है?
एलन मस्क का दिमाग दिनभर टेक्नोलॉजी, रॉकेट्स, AI, ट्विटर और टेस्ला से भरा रहता है। लेकिन उनके मुताबिक, 'जब दिमाग बहुत तेज भाग रहा हो, तभी उसे रुकने की सबसे ज्यादा जरूरत होती है।' इसलिए वो दिन में कम से कम 3 मिनट निकालकर खुद को 'मेंटल रीसेट' मोड में डालते हैं। इसमें ना मोबाइल होता है, ना लैपटॉप, ना ही कोई नोटिफिकेशन होता है। सिर्फ शांत बैठकर खुद को समय देते हैं।
क्या ये मेडिटेशन है?
एलन मस्क इसे मेडिटेशन नहीं मानते हैं, उनका मानना है कि ये उसी की तरह माइंड रीबूटिंग प्रैक्टिस है। उनका कहना है, 'ये आपके ब्रेन में सभी बैकग्राउंड ऐप्स को बंद करने जैसा है।' इसका कोई तय तरीका नहीं होता है। आप चाहें तो आंखें बंद करें, चाहें तो खुली, जरूरी सिर्फ एक चीज है कि उस समय कुछ भी मत सोचिए।
एलन मस्क को इससे क्या फायदा होता है
- इस माइंड हैक से एलन मस्क दिनभर थकान महसूस नहीं करते हैं।
- माइंड हमेशा बिजी रहता है।
- छोटे-छोटे काम भारी नहीं लगते हैं।
- ये '3 मिनट रूल' लाइफ में पॉजिटिव चेंजेस लाते हैं।
इस प्रैक्टिस से आपको क्या फायदा हो सकता है
- दिमाग की बैटरी रीचार्ज
- फोकस और प्रोडक्टिविटी में इजाफा
- डिसिजन मेकिंग में क्लैरिटी
- स्ट्रेस और ओवरथिंकिंग में कमी
Elon Musk की माइंड हैबिट्स, जो उन्हें दूसरों से अलग बनाती हैं
No Think Time- वो हर दिन 3 मिनट कुछ नहीं सोचते, इससे उनका दिमाग रिफ्रेश होता है।
Time Boxing- उनकी एक ऐसी हैबिट है, जो उन्हें डिस्ट्रैक्शन से बचाती है। इसमें हर काम के लिए उनका टाइम फिक्स होता है।
Single Tasking- एक समय में एक ही काम करते हैं, इससे क्वालिटी और फोकस दोनों बढ़ती है।