DA Hike 2025: क्या दिवाली 2025 उत्तराखंड के कर्मचारियों के लिए सबसे बड़ी खुशखबरी लेकर आई? DA बढ़ोतरी और बोनस की घोषणा से 2.5 लाख सरकारी कर्मचारियों की जेब में खुशियों का पैकेज, जानें कितना मिलेगा और किसे मिलेगा लाभ।
Uttarakhand Diwali Bonus Announcement: उत्तराखंड के कर्मचारियों के लिए दिवाली 2025 से पहले ही खुशियों भरी साबित होने वाली है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य कर्मचारियों को एक बड़ा तोहफा दिया है। सरकार ने लगभग ढाई लाख से ज्यादा सरकारी कर्मचारियों का महंगाई भत्ता (DA) 55% से बढ़ाकर 58% करने का ऐलान किया है। इसके साथ ही दिवाली बोनस का भी ऐलान किया गया है।
बोनस की सीमा कितनी और किसे मिलेगा?
आप सोच रहे होंगे कि आखिर इस बोनस का लाभ किसे मिलेगा और कितनी राशि दी जाएगी?
- अराजपत्रित कर्मचारियों जिनका ग्रेड पे 4800 रुपये तक है, उन्हें 6,908 रुपये तक का बोनस मिलेगा।
- दैनिक वेतनभोगी और कैजुअल श्रेणी के कर्मचारियों को 1,200 रुपये तक का बोनस दिया जाएगा।
- बोनस का भुगतान 1 जुलाई से 31 अक्टूबर 2025 तक किया जाएगा।
इस निर्णय से कर्मचारियों के चेहरे पर खुशी साफ नजर आ रही है। कर्मचारी इसे सरकार की उनके प्रति सकारात्मक सोच और सम्मान के रूप में देख रहे हैं।
क्या सिर्फ DA और बोनस ही हैं खुशियों की वजह?
उत्तराखंड सरकार ने महंगाई भत्ते के साथ-साथ कर्मचारियों के पदोन्नति मानकों में भी ढील दी है। इसका मतलब है कि अब और अधिक कर्मचारियों को पदोन्नति का लाभ मिलेगा। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के प्रमोशन कोटा में भी वृद्धि की गई है। इसके अलावा, सरकार ने उत्पादकता असंबद्ध तदर्थ बोनस की घोषणा भी की है।
यह बोनस कर्मचारियों की जेब में कब पहुंचेगा?
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वित्त विभाग को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि बोनस और DA का भुगतान समय पर किया जाए, ताकि दीपावली से पहले कर्मचारियों के खाते में यह राशि पहुंच सके।
क्या यह कदम केवल आर्थिक राहत है या कुछ और भी?
इस फैसले से राज्य के लगभग 2.5 लाख से अधिक कर्मचारी और उनके परिवार लाभान्वित होंगे। कर्मचारी संगठनों ने इस निर्णय का स्वागत किया है और इसे दिवाली का सबसे बड़ा तोहफा बताया है। सवाल यह उठता है कि क्या सरकार के ये कदम कर्मचारियों के मनोबल को बढ़ाने और उन्हें और ज्यादा प्रेरित करने के लिए हैं?
क्यों दी गई इतनी जल्दी यह घोषणा?
दिवाली जैसे बड़े त्योहार से पहले सरकार का यह फैसला कर्मचारियों के लिए न केवल आर्थिक राहत बल्कि उत्साह और प्रेरणा का भी काम करेगा। इससे कर्मचारियों का मनोबल बढ़ेगा और वे अपने काम में और अधिक उत्साह के साथ जुटेंगे।
