सार

मौनी अमावस्या की भगदड़ के बाद, बसंत पंचमी स्नान के लिए योगी सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। वीआईपी एंट्री बैन, यातायात प्रतिबंध और अतिरिक्त पुलिस बल तैनाती जैसे 5 बड़े बदलाव किए गए हैं।

महाकुंभ नगर। महाकुंभ 2025 में बसंत पंचमी के अमृत स्नान को लेकर प्रदेश की योगी सरकार पूरी तरह सतर्क है। मौनी अमावस्या के दौरान हुई भगदड़ के बाद प्रशासन ने कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं, जिससे श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के साथ बैठक कर विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं। आइए जानते हैं कि 28 जनवरी को हुए हादसे के बाद बसंत पंचमी तक प्रशासन ने किन 5 बड़े बदलावों को लागू किया है।

मौनी अमावस्या की तरह अब बसंत पंचमी पर नहीं होगी भगदड़

बसंत पंचमी के लिए प्रशासन की नई व्यवस्थाएं मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ की घटना के बाद बसंत पंचमी स्नान को लेकर योगी सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने मेला क्षेत्र में व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस बार किसी भी हाल में कोई चूक न हो।

CM योगी के आदेश के बाद क्या हुए 5 प्रमुख बदलाव

1. VIP एंट्री पर पूरी तरह प्रतिबंध: महाकुंभ में अब किसी भी व्यक्ति को वीआईपी एंट्री नहीं मिलेगी। सभी वीवीआईपी पास निरस्त कर दिए गए हैं।

 2. वाहनों की एंट्री प्रतिबंधित:  मेला क्षेत्र में किसी भी तरह के वाहन प्रवेश नहीं कर सकेंगे। प्रयागराज शहर में भी वाहनों की एंट्री पर प्रतिबंध लगाया गया है।

 3. रेलवे स्टेशनों पर नई व्यवस्था: प्रयागराज जंक्शन, छिवकी, नैनी, सूबेदारगंज, प्रयाग और रामबाग रेलवे स्टेशनों पर एकल दिशा प्रवेश व्यवस्था लागू कर दी गई है यानी यात्री एक दिशा से आएंगे और दूसरी दिशा से जाएंगे, जिससे भीड़ नियंत्रण में रहेगी।

 4. अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती: संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।

 5. अनुभवी अफसरों की तैनाती: 2029 के कुंभ का अनुभव रखने वाले अधिकारियों को विशेष रूप से तैनात किया गया है।

बसंत पंचमी स्नान के पहले सीएम योगी के 10 बड़े निर्देश

 1. पार्किंग क्षेत्र को बढ़ाया जाए ताकि श्रद्धालुओं को ज्यादा दूरी न चलनी पड़े। 

2. महत्वपूर्ण स्थलों पर एसपी स्तर के अधिकारी ट्रैफिक व्यवस्था का संचालन करेंगे।

 3. सभी सुरक्षाकर्मी और प्रशासनिक अधिकारी श्रद्धालुओं से अच्छा व्यवहार करें। 

4. जरूरत पड़ने पर किसानों की जमीन को पार्किंग के लिए अधिग्रहित किया जाए ताकि जाम न लगे।

 5. भीड़ को एक-दूसरे को क्रॉस करने से रोकने के लिए कंट्रोल रूम से निगरानी की जाए।

6. किसी भी तरह का वीआईपी प्रोटोकॉल नहीं होगा, अधिकारी इस पर विशेष ध्यान दें। 

7. बसों को तिरछा खड़ा करने की अनुमति नहीं होगी, जिससे यातायात बाधित न हो। 

8. संवेदनशील स्थलों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए।

9. पांटून पुलों को सुरक्षित रूप से संचालित करने के लिए विशेष टीम तैनात की जाए। 1

0. प्रेशर पॉइंट्स पर अनुभवी अफसर स्वयं जिम्मेदारी संभालें।

आज से शुरू हो गई श्रद्धालुओं की भीड़ 

प्रयागराज में आज शाम से ही लाखों श्रद्धालु जुटना शुरू हो जाएंगे। इसके लिए सरकार ने विशेष व्यवस्थाएं की हैं। मौनी अमावस्या पर जिन कमियों की वजह से भगदड़ हुई, उन्हें दूर करने के लिए प्रशासन पूरी कोशिश कर रहा है। योगी सरकार का पूरा ध्यान श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर केंद्रित है।

मौनी अमावस्या भगदड़ हादसा:

 30 की मौत, 60 घायल गौरतलब है कि 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दौरान स्नान करने के लिए करोड़ों श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे थे। इस दौरान तड़के 1 से 2 बजे के बीच भगदड़ मच गई थी, जिसमें 30 लोगों की जान चली गई और 60 से अधिक लोग घायल हो गए थे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिवारों को 25-25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की थी। इसके साथ ही सरकार ने कुंभ की व्यवस्थाओं को बेहतर करने के लिए अनुभवी अधिकारियों की तैनाती की है। बसंत पंचमी के अमृत स्नान को लेकर योगी सरकार कोई भी लापरवाही नहीं बरतना चाहती। प्रशासन ने व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए हैं ताकि श्रद्धालु निश्चिंत होकर स्नान कर सकें और महाकुंभ का आनंद ले सकें।