सार
wing commander vyomika singh salary: पहलगाम हमले के बाद मिशन सिंदूर में विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने अहम भूमिका निभाई। जानिए उनके वेतन, सुविधाएं और वायुसेना में उनका योगदान।
wing commander salary India: पाकिस्तान के खिलाफ भारत का जवाब अब केवल कूटनीतिक स्तर पर नहीं, बल्कि सैन्य मोर्चे पर भी स्पष्ट दिखने लगा है। हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने मिशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में घुसकर 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। इस ऑपरेशन की जानकारी दी गई सेना की दो महिला अधिकारियों द्वारा ब्रिगेडियर सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह। इस मिशन के बाद से विंग कमांडर व्योमिका सिंह राष्ट्रीय चर्चा में हैं। आइए जानते हैं उनकी भूमिका और वायुसेना में उनके जैसे अधिकारियों को मिलने वाला वेतन और सुविधाएं।
विंग कमांडर को कितना वेतन मिलता है?
भारतीय वायुसेना में विंग कमांडर का पद एक महत्वपूर्ण रैंक है, जो नेतृत्व और संचालन दोनों की ज़िम्मेदारी निभाता है। मीडिया रिपोर्ट्स और इंटरनेट पर मौजूद जानकारी के अनुसार इस पद पर नियुक्त अधिकारी को लगभग 90,000 से 1,20,000 रुपये मासिक वेतन मिलता है। यह वेतन अनुभव, सेवा अवधि और पदस्थापन क्षेत्र के आधार पर तय होता है।
विंग कमांडर को मिलने वाली सुविधाएं
वेतन के अतिरिक्त, विंग कमांडर को कई प्रकार की सरकारी और सैन्य सुविधाएं भी मिलती हैं, जिनमें शामिल हैं:
- सरकारी आवास या हाउस रेंट अलाउंस
- सरकारी वाहन और ड्राइवर
- स्वयं और परिवार के लिए नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा
- डिफेंस क्लब, कैंटीन और खेल सुविधाएं
- सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन, ग्रेच्युटी और अन्य वित्तीय लाभ
विंग कमांडर व्योमिका सिंह कौन है?
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने 18 दिसंबर 2004 को वायुसेना में प्रवेश लिया था। वह 21वीं शॉर्ट सर्विस कमीशन (महिला) फ्लाइंग पायलट कोर्स का हिस्सा थीं। अब तक वह 2,500 घंटे से अधिक उड़ान भर चुकी हैं, जिसमें उन्होंने ‘चेतक’ और ‘चीता’ जैसे हल्के हेलिकॉप्टर उड़ाए हैं। ऊँचे पहाड़ों, घने जंगलों और रेगिस्तानी इलाकों में उनकी उड़ान क्षमता उन्हें एक अनुभवी और विश्वसनीय अधिकारी बनाती है।
मिशन सिंदूर में महिला नेतृत्व की भूमिका
मिशन सिंदूर में महिला अधिकारियों की भागीदारी यह दर्शाती है कि भारतीय सेना में अब महिला अधिकारी भी रणनीतिक और फील्ड मिशनों की कमान संभाल रही हैं। विंग कमांडर व्योमिका सिंह की भूमिका केवल सैन्य ऑपरेशन तक सीमित नहीं है, बल्कि वह आने वाली पीढ़ी की महिला अधिकारियों के लिए प्रेरणास्त्रोत बन चुकी हैं।
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