सार
Karni Sena Protests: सपा सांसद रामजी लाल सुमन को विवादित बयान के बाद जान का खतरा है। करणी सेना के विरोध के चलते सुरक्षा बढ़ाई गई है। उन्होंने हाईकोर्ट में सुरक्षा की मांग की है।
Ramji Lal Suman: समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन की जान खतरे में है। अपने विवादित बयान के चलते वह मुश्किल में फंसे हैं। उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अर्जी लगाकर सुरक्षा की मांग की है। करणी सेना के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए आगरा में उनके घर के बाहर पुलिस बल की तैनाती बढ़ाई गई है।
रामजी लाल सुमन ने राणा सांगा को लेकर विवादित बयान दिया था। इसने कई राजपूत समूहों को नाराज कर दिया था। करणी सेना तो जान की दुश्मन बन गई है। शनिवार को राणा सांगा की जयंती के अवसर पर आगरा में हजारों की संख्या में करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया है।
कौन हैं सपा सांसद रामजी लाल सुमन?
रामजी लाल सुमन उत्तर प्रदेश के बड़े दलित नेता माने जाते हैं। इस समय वह राज्यसभा सांसद हैं। इससे पहले 1999 से 2009 तक दो बार फिरोजाबाद लोकसभा सीट से सांसद रहे थे।
रामजी लाल 25 जुलाई 1950 को यूपी के हाथरस जिला के बरदोई गांव में पैदा हुए थे। उन्होंने राजनीति की शुरुआत छात्र जीवन से की थी। आपातकाल के दौरान जेल गए थे। 1977 में सिर्फ 26 साल की उम्र में जनता पार्टी के टिकट पर फिरोजाबाद सीट से लोकसभा का चुनाव लड़े और जीतकर संसद पहुंचे। इसके बाद 1989 में फिर से सांसद चुने गए थे। वह 1991 में चंद्रशेखर की सरकार में राज्य मंत्री बने थे। 1993 में समाजवादी पार्टी के गठन हुआ तो वह इसमें शामिल हो गए।
पहले मुलायम सिंह के करीबी, अब हैं अखिलेश यादव के खास
रामजी लाल सुमन की गिनती सपा नेता मुलायम सिंह यादव के करीबी लोगों में होती थी। वह 1999 और 2004 में सपा के टिकट पर फिरोजाबाद से सांसद बने। इन दिनों वह सपा प्रमुख अखिलेश यादव के खास हैं।
रामजी लाल सुमन के किस बयान से मचा बवाल?
21 मार्च को रामजी लाल सुमन ने राज्यसभा में राणा सांगा पर विवादित बातें कहीं थीं। उन्होंने कहा, "एक तो ये बीजेपी के लोगों का तकिया कलाम हो गया है कि मुसलमान में बाबर का डीएनए है। मैं ये जानना चाहूंगा कि बाहर का डीएनए मुसलमान में है। हिंदुस्तान का मुसलमान तो बाबर को अपना आदर्श मानता नहीं है। वो तो मोहम्मद साहब को अपना आदर्श मानता है। सूफी-संतों की परंपरा को अपना आदर्श मानता है। मैं जानना चाहूंगा कि बाबर को लाया कौन? बाहर को इब्राहिम लोधी को हराने के लिए राणा सांगा लाया था। तो मुसलमान तो बाबर की औलाद हैं और तुम गद्दार राणा सांगा की औलाद हो। ये हिंदुस्तान में तय हो जाना चाहिए। बाबर की तो आलोचना करते हैं राणा सांगा की आलोचना नहीं करते।"