‘विकसित यूपी@2047’ संवाद में यूपी के नगर निगमों व नगर पालिकाओं ने विकास और नवाचार की कहानियाँ साझा कीं। अयोध्या से झांसी, प्रयागराज से मेरठ तक, आय वृद्धि, सोलर सिटी, स्मार्ट सिटी और डिजिटल सेवाओं पर जोर दिया गया।

लखनऊ, 29 सितम्बर: ‘विकसित यूपी@2047’ संवाद कार्यक्रम का वातावरण उत्साह और आत्मविश्वास से भरा रहा। नगर निगमों, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के अध्यक्षों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपने-अपने नगर में हुए बदलाव और विकास कार्य साझा किए। मुख्यमंत्री ने न केवल इन प्रयासों को सुना, बल्कि यह भी जाना कि किस तरह से नगर निकायों ने नवाचार और आय सृजन के नए साधन खोजे हैं।

अयोध्या: सोलर सिटी और पर्यटन से आय वृद्धि

अयोध्या के महापौर गिरीश पति त्रिपाठी ने बताया कि कर-करेत्तर आय में बड़ी वृद्धि हुई है। रोजाना लाखों श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं, जिन्हें स्वच्छ वातावरण देना निगम की प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने अयोध्या को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने की योजना का उल्लेख किया और सुझाव दिया कि नगर निगम महापौरों का सम्मेलन आयोजित करे ताकि यह मॉडल अन्य नगरों के लिए भी प्रेरणा बने।

फिरोजाबाद: नगर निगम की आय दोगुनी

फिरोजाबाद की महापौर कामिनी राठौर ने जानकारी दी कि निगम की आय 18 करोड़ से बढ़कर 40 करोड़ हो गई है। साथ ही निगम द्वारा बनाए जा रहे मॉल से स्थायी आय में और वृद्धि होगी। मुख्यमंत्री ने इस प्रयास की सराहना की और कार्यकारिणी को बधाई दी।

झांसी: स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में दूसरा स्थान

झांसी के महापौर बिहारी लाल आर्य ने कहा कि बुंदेलखंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी, डिफेंस कॉरिडोर नोड और बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे जैसे प्रोजेक्ट मुख्यमंत्री की विशेष रुचि का परिणाम हैं। उन्होंने बताया कि स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में झांसी ने राष्ट्रीय स्तर पर दूसरा स्थान हासिल किया है। निगम की आय तीन साल में 25 करोड़ से बढ़कर 80 करोड़ हो गई है और इसे 100 करोड़ तक पहुँचाने का लक्ष्य है।

गाजियाबाद और मीरजापुर: आय वृद्धि और डिजिटल सेवाएं

गाजियाबाद के मोदीनगर नगर पालिका अध्यक्ष विनोद वैशाली जाटव ने आय वृद्धि और खाली भूमि के सदुपयोग पर सुझाव दिया। मीरजापुर के अध्यक्ष श्याम सुंदर ने बताया कि आय 5.89 करोड़ से बढ़कर 11 करोड़ हो गई है और अब नागरिकों को मुफ्त वाई-फाई जैसी सुविधाएँ भी दी जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने माँ विंध्यवासिनी धाम के पास मल्टीलेवल पार्किंग और यात्री विश्राम स्थल बनाने का सुझाव दिया।

देवरिया और सुल्तानपुर: मल्टीलेवल पार्किंग और स्मार्ट सिटी

देवरिया की अध्यक्ष अलका सिंह ने स्थानीय विकास कार्य साझा किए। मुख्यमंत्री ने खाली भूमि पर मल्टीलेवल पार्किंग बनाने पर जोर दिया। सुल्तानपुर के अध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार जिला मुख्यालय वाली नगर पालिकाओं को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करेगी।

मेरठ और मथुरा: नवाचार और आत्मनिर्भरता की मिसाल

मेरठ की फलौदा नगर पंचायत के अध्यक्ष अशोक सैनी ने बताया कि आय 20 लाख से बढ़कर 44 लाख हो गई है। मुख्यमंत्री ने तकनीक और नवाचार आधारित योजनाएँ अपनाने का आह्वान किया और कहा कि सरकार नगर निकायों को भवन मानचित्र पास करने का अधिकार देने पर विचार कर रही है। मथुरा की महावन नगर पंचायत की अध्यक्ष मंजू देवी ने गर्व से कहा कि 10 हजार की आबादी वाली उनकी पंचायत भी विकसित यूपी अभियान का हिस्सा है।

प्रयागराज: आईटी सिटी और हरित प्रयास

प्रयागराज के महापौर उमेश गणेश केसरवानी ने बताया कि स्थानीय स्तर पर आईटी सिटी के विकास का संकल्प लिया गया है। उन्होंने 2.19 लाख पौधे लगाकर नया वन क्षेत्र तैयार किया और ‘नए प्रयागराज’ के निर्माण की जानकारी साझा की। मुख्यमंत्री ने शिवालिक पार्क जैसे और हरित प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित किया।

अन्य नगर निकायों के प्रयास

संभल की बबराला नगर पंचायत के अध्यक्ष हर्षवर्धन वार्ष्णेय और सहारनपुर की रामपुर मनिहारन नगर पंचायत की अध्यक्ष रेनू ने भी अपने क्षेत्रों की उपलब्धियाँ साझा कीं। शाहजहाँपुर की पुवायां नगर पंचायत के अध्यक्ष ने बताया कि नया मार्केट बनाया जा रहा है, जो आय सृजन का स्थायी साधन बनेगा। मुख्यमंत्री ने इस पहल को सराहते हुए कहा कि यही विकसित यूपी@2047 की असली भावना है- स्थानीय संसाधनों का सदुपयोग कर आत्मनिर्भरता और नागरिक सुविधा की दिशा में आगे बढ़ना।

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