सार
UPSC exam preparation strategy: प्रयागराज की शक्ति दुबे ने UPSC 2024 में टॉप किया! लाखों उम्मीदवारों को पछाड़कर उन्होंने पहला स्थान हासिल किया। जानिए उनकी सफलता का राज।
UPSC topper success story: प्रयागराज की गलियों से निकलकर देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा के शिखर तक पहुँचना – शक्ति दुबे की यह सफलता सिर्फ एक रैंक नहीं, एक प्रेरणा है। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने 22 अप्रैल 2025 को सिविल सेवा परीक्षा 2024 का अंतिम परिणाम घोषित किया, और इस बार टॉप किया है प्रयागराज की प्रतिभाशाली छात्रा शक्ति दुबे ने। उन्होंने ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल कर पूरे देश में अपना नाम रोशन किया है।
लाखों में एक: कैसे शक्ति बनीं देश की नंबर वन
इस वर्ष यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा में करीब 5 से 6 लाख अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया था। इनमें से 2,845 उम्मीदवार मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार तक पहुँचे। अंततः 1,009 उम्मीदवारों का चयन हुआ — और इन सबमें शक्ति दुबे रहीं शीर्ष पर।
टॉप 10 में कौन-कौन रहा शामिल -
- शक्ति दुबे – प्रयागराज
- हर्षिता गोयल
- डोंगरे अर्चित पराग
- शाह मार्गी चिराग
- आकाश गर्ग
- कोमल पुनिया
- आयुषी बंसल
- राज कृष्ण झा
- आदित्य विक्रम अग्रवाल
- मयंक त्रिपाठी
वर्गवार चयन की स्थिति
संघ लोक सेवा आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार:
- सामान्य वर्ग: 335 उम्मीदवार
- आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS): 109 उम्मीदवार
- अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC): 318 उम्मीदवार
- अनुसूचित जाति (SC): 160 उम्मीदवार
- अनुसूचित जनजाति (ST): 87 उम्मीदवार
- दिव्यांग (PwBD): 45 उम्मीदवार
साथ ही 230 उम्मीदवारों की एक समेकित रिजर्व लिस्ट भी जारी की गई है।
शक्ति दुबे की शिक्षा और तैयारी का सफर
शक्ति दुबे ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से बायोकैमेस्ट्री में एमएससी किया है। 2018 में स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने सिविल सेवा की तैयारी शुरू की। वर्षों की निरंतर मेहनत, अनुशासन और लक्ष्य पर फोकस ने उन्हें आज यह सफलता दिलाई।
शक्ति दुबे की यह उपलब्धि उन लाखों युवाओं के लिए एक मिसाल है, जो UPSC जैसी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। उनका सफर यह बताता है कि अगर मेहनत सच्ची हो और इरादे मजबूत हों, तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं। शक्ति दुबे की यह सफलता सिर्फ व्यक्तिगत जीत नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए एक सकारात्मक संदेश है – कि बेटियाँ अगर ठान लें, तो हर ऊँचाई को छू सकती हैं।