सार
UP school new session 202: 5नया सत्र शुरू, पर टीचर मूल्यांकन में! कक्षाओं में शिक्षक कम, पढ़ाई पर असर। अभिभावक चिंतित, शिक्षा विभाग क्या करेगा?
UP school session 2025: माध्यमिक शिक्षा विभाग का नया सत्र 1 अप्रैल से शुरू हो रहा है। छात्र-छात्राएं समय पर विद्यालय पहुंचेंगे, लेकिन अधिकतर कक्षाओं में शिक्षक अनुपस्थित रहेंगे। इसका कारण यूपी बोर्ड परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य है, जिसमें बड़ी संख्या में शिक्षकों की ड्यूटी लगी हुई है।
मूल्यांकन कार्य जारी, विद्यालयों में शिक्षकों की कमी
प्रदेश के राजकीय इंटर कॉलेजों और नगर निगम इंटर कॉलेजों में हाईस्कूल और इंटर की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य चल रहा है। शासन ने निर्देश दिया है कि 2 अप्रैल तक मूल्यांकन कार्य पूरा किया जाए, जिससे बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम समय पर घोषित किए जा सकें। इस कारण अधिकांश शिक्षकों की ड्यूटी मूल्यांकन कार्य में लगाई गई है, जिससे नए सत्र के पहले दिन कक्षाओं का संचालन प्रभावित होने की संभावना है।
कक्षाओं में शिक्षकों की उपस्थिति रहेगी कम
शिक्षक मूल्यांकन कार्य में व्यस्त होने के कारण विद्यालयों में उनकी उपस्थिति कम रहेगी। अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, संयुक्त शिक्षा निदेशक आरपी शर्मा के अनुसार, सभी प्रधानाचार्यों को निर्देश दिया गया है कि विद्यालयों में छात्रों की सुविधाओं का ध्यान रखा जाए और आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।
शिक्षक सुशील कुमार ने बताया कि मूल्यांकन कार्य पूरा होने के बाद ही विद्यालयों में नियमित कक्षाएं संचालित हो सकेंगी। शिक्षक ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि मूल्यांकन कार्य आवश्यक है, लेकिन इससे विद्यालयों में पढ़ाई बाधित हो सकती है।
अभिभावकों की चिंता – छात्रों की पढ़ाई पर असर
अभिभावक इस स्थिति को लेकर चिंतित हैं कि नए सत्र की शुरुआत में ही पढ़ाई प्रभावित होगी। उनका मानना है कि शिक्षा विभाग को इस समस्या का समाधान निकालना चाहिए ताकि छात्रों का शैक्षिक नुकसान न हो। इस स्थिति में शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी है कि वह मूल्यांकन कार्य के साथ-साथ विद्यालयों में कक्षाओं का संचालन भी सुनिश्चित करे, ताकि छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो।
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