सार
आगरा के पिनाहट क्षेत्र में आठ साल के मासूम रौनक की हत्या के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। रौनक की हत्या उसकी मां और चाचा ने की, क्योंकि उसने उन्हें आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
आगरा। यूपी के आगरा जिले अंतर्गत थाना पिनाहट क्षेत्र के मोहल्ला नयापुरा में 8 साल के मासूम रौनक की हत्या का मामला अब पूरी तरह से सुलझ गया है। पुलिस ने इस जघन्य हत्या के आरोप में रौनक की मां और चाचा को गिरफ्तार कर लिया है। यह हत्या न केवल हैरान करने वाली है, बल्कि इसके पीछे एक चौंकाने वाला कारण भी सामने आया है। पुलिस के मुताबिक रौनक ने अपनी मां और चाचा को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था, जिसके बाद दोनों ने उसे मौत के घाट उतारने का फैसला किया। दोनों को डर था कि अगर रौनक यह राज किसी और को बता देगा, तो उनका सच उजागर हो जाएगा।
पुलिस ने ऐसे उठाया बच्चे की हत्या के रहस्य से पर्दा
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ ठोस सबूत जुटाए हैं। जांच में यह सामने आया कि रौनक ने अपनी मां और चाचा को एक साथ आपत्तिजनक अवस्था में देख लिया था। दोनों के बीच अवैध संबंध थे और दोनों को डर था कि यह बात रौनक किसी को बता न दे, जिससे उनका संबंध उजागर हो जाएगा। इसी डर से चाचा ने रौनक की हत्या की योजना बनाई और मां ने उसे इस खतरनाक योजना में पूरा सहयोग किया।
कैसे हुई थी घटना?
पिनाहट क्षेत्र के मोहल्ला नयापुरा मोहल्ले का रहने वाला 8 साल का रौनक 3 दिन पहले यानी शुक्रवार को अपने घर के बाहर खेलते समय अचानक लापता हो गया था। पहले परिजनों ने उसकी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला तो सोमवार को पुलिस को सूचित किया। शुरुआत में पुलिस ने लापता बालक के बारे में जांच की, लेकिन कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा। सोमवार को ही घर के पास एक गली में रौनक का सड़ा हुआ शव पड़ा हुआ मिला।
पुलिस ने बरती लापरवाही, नहीं तो पहले ही हो जाता खुलासा
जब रौनक के लापता होने की सूचना पुलिस को दी गई थी, तो पुलिस ने ढंग से जांच नहीं की। इलाके में छानबीन करते समय करीब 20 घरों की जांच की गई थी, लेकिन पुलिस ने एक कमरे को जांचने से मना कर दिया। यह कमरा रौनक के घर में था, जिसमें ताला लगा था और परिजनों ने पुलिस को उसे खोलने से रोक दिया था। बाद में जब पुलिस ने इस कमरे की जांच की, तो वहां एक बनियान मिली, जिस पर गेरू से रौनक का नाम लिखा था। साथ ही कमरे की सीढ़ियों और छत पर खून के धब्बे भी पाए गए।
बनियान पर लाल रंग के गेरू से लिखा था नाम
घर के कमरे में बनी इस बनियान पर लाल रंग (गेरू) से रौनक लिखा हुआ था। इस बनियान पर लगभग 20 से 21 बिंदिया भी लगी हुई थीं, जो एक संदिग्ध साक्ष्य थे। इसके अलावा घर की सीढ़ियों और छत पर खून के धब्बे मिले। सिलबट्टे पर भी खून के निशान पाए गए, जो यह साबित करते हैं कि हत्या की योजना पहले से ही बनाई गई थी। घटनास्थल पर कुछ महत्वपूर्ण साक्ष्य भी मिले थे।
2 बार खंगाली गई सीसीटीवी फुटेज
इस हत्या के मामले में पुलिस ने अपहरण की प्राथमिकी दर्ज की थी और इसके बाद मोहल्ले के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली गई। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के घरों की भी तलाशी ली और कुछ साक्ष्य जुटाए। बालक का शव बोरी में बंद मिलने के बाद पुलिस ने फिर से इलाके के सीसीटीवी कैमरों को जांचा। पुलिस ने मोहल्ले के लोगों से भी पूछताछ की और मामले को सुलझाने के लिए आवश्यक सबूत जुटाए।
बेकसूर पिता ने वो सब खोया, जिसमें उसकी कोई गलती नहीं थी
रौनक के परिवार में कोहराम मच गया था। उसके माता-पिता खासकर मां यशोदा, रौनक की मौत पर कुछ ज्यादा ही बदहवास दिख रही थी, जिस पर पुलिस को शक हुआ। रौनक के पिता करन सिंह अपने आंसुओं को नहीं रोक पा रहे हैं। बेटा तो गया ही, पत्नी और भाई भी जेल चले गए। परिवार का कहना है कि उन्हें विश्वास है कि पुलिस हत्यारों को कड़ी सजा दिलवाएगी। रौनक के पिता करन सिंह तीन भाइयों में सबसे बड़े हैं। दूसरे नंबर का भाई रवि कुमार दिल्ली में हलवाई के तौर पर काम करते हैं, जबकि तीसरा भाई भानु कुमार घर में रहता है।
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