Mirzapur thermal power plant: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार राज्य में बिजली उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए लगातार नए कदम उठा रही है। इसी क्रम में अब मिर्जापुर जिले में एक बड़ी तापीय विद्युत परियोजना की स्थापना की तैयारी शुरू हो चुकी है। सरकार का दावा है कि यह परियोजना न सिर्फ प्रदेश की बिजली ज़रूरतों को पूरा करेगी, बल्कि मिर्जापुर की तस्वीर भी बदल देगी।

जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू, 295 हेक्टेयर भूमि होगी आरक्षित

इस प्रस्तावित परियोजना के लिए 295 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है। सभी संबंधित विभागों से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) लेने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। मिर्जापुर के जिलाधिकारी को आवश्यक कार्यवाहियों के निर्देश दे दिए गए हैं। परियोजना के साथ-साथ रेलवे लाइन, सड़क, जल पाइपलाइन और ट्रांसमिशन लाइन जैसी आधारभूत सुविधाओं की भी प्लानिंग की जा रही है।

यह परियोजना मिर्जापुर और आसपास के क्षेत्रों के युवाओं के लिए रोजगार का एक बड़ा जरिया बन सकती है। सरकार के अनुसार परियोजना में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हजारों लोगों को काम मिलेगा। इससे न केवल स्थानीय आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि औद्योगिक इकाइयों की स्थापना भी संभावित है।

बिजली उत्पादन के साथ ऊर्जा आत्मनिर्भरता की ओर कदम

प्रदेश में बढ़ती बिजली मांग को देखते हुए यह परियोजना बेहद अहम मानी जा रही है। नई थर्मल पावर यूनिट से उत्पादन बढ़ने पर उत्तर प्रदेश की ऊर्जा आत्मनिर्भरता को मजबूती मिलेगी। सरकार का मानना है कि इस परियोजना के माध्यम से आने वाले वर्षों में प्रदेश की ऊर्जा जरूरतें बेहतर तरीके से पूरी की जा सकेंगी। सरकार की ओर से स्पष्ट किया गया है कि परियोजना की स्थापना से पहले सभी आवश्यक एनओसी और मंजूरी पूरी तरह पारदर्शी तरीके से प्राप्त की जाएगी। अतिरिक्त भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित होने पर ही परियोजना को अंतिम हरी झंडी दी जाएगी।

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