सार
मेरठ | शताब्दी नगर में चल रही प्रदीप मिश्रा की शिवमहापुराण कथा के छठे दिन भारी भीड़ के कारण अफरा-तफरी का माहौल बन गया। हालांकि आयोजकों का कहना है कि कोई भगदड़ नहीं मची, लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो ने घटनाक्रम को लेकर अफवाहें फैला दीं। इस दौरान कई महिलाओं को मामूली चोटें आईं, जिससे कथा स्थल पर असहज स्थिति बन गई। पुलिस और प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लिया और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया।
ढाई लाख श्रद्धालु पहुंचे, व्यवस्था बनी चुनौती
पहले दिन जहां डेढ़ लाख श्रद्धालु कथा सुनने पहुंच रहे थे, वहीं इस दिन श्रद्धालुओं की संख्या बढ़कर ढाई लाख तक पहुंच गई। इससे आयोजन स्थल पर व्यवस्था बनाए रखना चुनौतीपूर्ण हो गया। पंडाल के अंदर और बाहर श्रद्धालुओं की भीड़ इतनी अधिक थी कि अफरा-तफरी मच गई, खासकर महिलाओं के लिए रास्ता बनाना मुश्किल हो गया। पुलिस और सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत स्थिति को संभाला, लेकिन कुछ महिलाएं गिरने से मामूली रूप से चोटिल हो गईं।
आयोजकों का बयान: अफवाहों को न फैलने दें
आयोजकों ने दावा किया कि कथा स्थल पर भगदड़ नहीं मची थी। उनका कहना है कि पंडाल के बाहर श्रद्धालुओं की संख्या बहुत ज्यादा थी, जिससे कुछ अव्यवस्थाएं उत्पन्न हुईं। इस दौरान महिलाओं के गिरने की घटनाएं हुईं, लेकिन यह भगदड़ नहीं थी। पुलिस मौके पर थी और स्थिति को नियंत्रित किया गया। वहीं, जिलाधिकारी दीपक मीणा ने भी स्पष्ट किया कि घटना से कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ और यह सिर्फ अफवाह थी।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी
कथा स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जिलाधिकारी और पुलिस ने कड़ी चेतावनी दी है कि अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने कहा कि किसी प्रकार की भगदड़ की घटना नहीं हुई है, बल्कि स्थिति को नियंत्रित किया गया। सुरक्षा के लिहाज से 150 कैमरे लगाए गए हैं और पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है।
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