सार
कानपुर: IIT कानपुर में PhD कर रहे ACP मोहसिन खान को बड़ा झटका लगा है। आरोपों का सामना कर रहे मोहसिन खान को अब आईआईटी कानपुर से अपनी PhD पूरी करने का अवसर नहीं मिलेगा। यूपी पुलिस ने उन्हें दी गई एनओसी (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) को रद्द कर दिया है, और इस बारे में आईआईटी कानपुर प्रशासन ने भी पुष्टि की है। वहीं, स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने मोहसिन खान से अपना पक्ष रखने के लिए कहा है।
एसआईटी ने दिया 48 घंटे का अल्टीमेटम
सूत्रों के अनुसार, आरोपी ACP मोहसिन खान फिलहाल कानपुर में ही हैं और राहत की तलाश में अपने रिश्तेदारों से मुलाकात कर रहे हैं। एसआईटी ने उन्हें 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है और कहा है कि वह इस समय सीमा के भीतर अपना बयान दर्ज कराएं। इसके अलावा, पीड़िता की ओर से एक और एफआईआर दर्ज कराई जाएगी, जिसमें पीड़िता के बयान भी शामिल किए जाएंगे।
रेप का आरोप और दूसरी एफआईआर
इस मामले में पीड़िता ने ACP मोहसिन खान और उनके अधिवक्ता के खिलाफ दूसरी एफआईआर दर्ज कराई है। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि आरोपी एसीपी ने शादी का वादा कर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। अब पुलिस इस मामले की पूरी गंभीरता से जांच कर रही है।
क्या है मामला?
यह मामला कानपुर के कल्यानपुर थाने में दर्ज किया गया था, जिसमें IIT कानपुर की एक छात्रा ने ACP मोहसिन खान के खिलाफ रेप और अन्य धाराओं में केस दर्ज कराया था। छात्रा का कहना था कि 3 दिसंबर 2023 को एक कार्यक्रम के दौरान उसकी मुलाकात ACP मोहसिन खान से हुई थी। इसके बाद दोनों के बीच दोस्ती हो गई और मोहसिन खान ने उसे PhD के लिए एडमिशन दिलाने का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाए।
मोहसिन खान 2013 बैच के पीपीएस अफसर हैं और फिलहाल कानपुर में तैनात हैं। इससे पहले वह आगरा और अलीगढ़ में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। इसी साल, 15 अगस्त को पुलिस महानिदेशक (DGP) ने मोहसिन खान को सिल्वर मेडल से सम्मानित किया था, लेकिन अब यह मामला उनके करियर के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है।
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