Brijesh Pathak Mulayam Singh Yadav statement:  उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र राजनीतिक गरमाहट से भर गया, जब डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के बयान पर समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायकों ने जबरदस्त हंगामा किया। मामला इतना बढ़ गया कि विधानसभा अध्यक्ष को कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।

डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के बयान से भड़के सपा विधायक

सोमवार को सदन की कार्यवाही के दौरान डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने दिवंगत नेता मुलायम सिंह यादव के एक पुराने बयान का जिक्र किया। इस पर सपा विधायकों ने कड़ा विरोध जताया। सपा विधायक समरपाल सिंह के एक सवाल के जवाब में पाठक ने कहा— “नेताजी (मुलायम सिंह यादव) का सम्मान तो बहुत किया। सपा वाले नेताजी की हर बात मानते हैं। क्या वह बात भी मानेंगे— 'लड़कों से गलती हो जाती है'?”

यह भी पढ़ें: महाकुंभ मेला: विमान किराया, रहना और स्थानीय यातायात सामान्य से 300% तक महंगा

डिप्टी सीएम की इस टिप्पणी ने सदन में बवाल खड़ा कर दिया। समाजवादी पार्टी के विधायक वेल में आकर नारेबाजी करने लगे और ‘नेता जी का अपमान नहीं सहेंगे’ के नारे गूंजने लगे। हंगामे को बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने हस्तक्षेप किया और सपा विधायकों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा, "हर बात को निगेटिव मत लीजिए।" हालांकि, सपा विधायक नहीं माने और विरोध जारी रखा।

Scroll to load tweet…

विपक्ष का आरोप— ‘जानबूझकर विवाद बढ़ाया गया’

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "नेता जी सम्मानित व्यक्ति थे। उनके लिए इस तरह की बातें नहीं की जानी चाहिए। मंत्री जी ने जानबूझकर ऐसा बयान दिया ताकि विवाद हो।" वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने सरकार का पक्ष रखते हुए कहा, “सदन में किसी का नाम नहीं लिया गया। मुलायम सिंह यादव सबके आदरणीय नेता थे, किसी का अपमान करने की मंशा नहीं थी।”

Scroll to load tweet…

अध्यक्ष का गुस्सा, सदन स्थगित

जब मामला शांत नहीं हुआ तो विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना गुस्से में आ गए और अपनी कुर्सी छोड़ते हुए बोले, "यह नहीं चलेगा। बताइए क्या अपमान किया गया है? अगर जरूरत होगी तो माफी मंगवाऊंगा।" लेकिन सपा विधायकों का विरोध जारी रहा, जिसके बाद सदन को स्थगित करना पड़ा।

यह भी पढ़ें : बाप पर चढ़ा था इश्क का बुखार! बेटे को खाए जा रही थी चिंता! चचेरे भाई ने 30 हजार में कर दिया कांड!