Ram Mandir real estate boom: राम मंदिर निर्माण के बाद अयोध्या एक धार्मिक केंद्र से कहीं अधिक बन चुका है। अब यह न केवल आस्था का स्थल है, बल्कि एक प्रीमियम रियल एस्टेट डेस्टिनेशन बन गया है। 8 साल के इंतजार के बाद ज़मीन के सर्किल रेट में बड़ा बदलाव आया है, जिससे रजिस्ट्री की लागत अब काफी बढ़ने जा रही है।

22 जनवरी 2024 को हुए राम मंदिर उद्घाटन और हालिया प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद अयोध्या की जमीनें निवेशकों और श्रद्धालुओं की पहली पसंद बन गई हैं। दूर-दराज से लोग यहां बसने का सपना लेकर आ रहे हैं।

सर्किल रेट में 200% तक का इजाफा, अब सस्ता नहीं रहा रामजन्मभूमि के पास का प्लॉट

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रामजन्मभूमि के 10 किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांवों में सर्किल रेट में 200% तक का इजाफा देखा गया है। यानी अब जो जमीन पहले लाखों में मिल रही थी, उसकी कीमत करोड़ों में पहुंच रही है।

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नामचीन होटलों की नजर भी अयोध्या पर, निवेश का बना हॉटस्पॉट

राममंदिर के आसपास कई नामी होटल ब्रांड्स ने पहले ही ज़मीनें खरीद ली थीं। अब इन इलाकों में रेट और ऊपर चले गए हैं। अयोध्या धीरे-धीरे धार्मिक पर्यटन और लग्ज़री स्टे का केंद्र बनता जा रहा है।

सोमवार यानी आज से नए सर्किल रेट पर रजिस्ट्री शुरू हो गई है। प्रशासन ने अगस्त में भेजे गए प्रस्तावों पर विचार करते हुए यह फैसला लिया है। इससे पहले कई सालों से कोई बढ़ोतरी नहीं की गई थी।

बाजार रेट से मेल खाने लगी सरकारी कीमतें, खरीदारों पर बढ़ेगा बोझ

अब तक बाजार दर और सर्किल रेट में बड़ा अंतर था, लेकिन अब सरकारी मूल्यांकन भी बाजार हकीकत के करीब आ गया है। इससे स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन चार्ज भी बढ़ जाएंगे।

किसानों को मिलेगा मुआवज़े में फायदा या फिर नुकसान?

कई ग्रामीण इलाकों में किसानों का कहना है कि उन्हें विकास का पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा है। सर्किल रेट बढ़ने से उनकी जमीन की कीमत तो बढ़ेगी, लेकिन अधिग्रहण के वक्त उन्हें कितना मुआवज़ा मिलेगा, यह देखने वाली बात होगी। जिला प्रशासन का कहना है कि बाजार में हो रहे बदलाव और बढ़ती मांग के अनुसार यह जरूरी हो गया था कि सर्किल रेट में संशोधन किया जाए। पिछली बार रेट्स में बदलाव 8 साल पहले किया गया था।

बढ़ी रेट्स की वजह से बदल जाएगी प्रॉपर्टी की तस्वीर

अब अयोध्या की ज़मीन सिर्फ श्रद्धा नहीं, निवेश का भी प्रतीक बन चुकी है। नई दरें इस बात की पुष्टि करती हैं कि रामनगरी अब सिर्फ मंदिरों की नगरी नहीं, बल्कि रियल एस्टेट की राजधानी भी बन रही है।

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