सार
Mahakumbh 2025: प्रयागराज कुंभ में तीन साल के बाल संत श्रवण पुरी चर्चा में हैं। 3 महीने की उम्र में माता-पिता ने अग्निकुंड के पास छोड़ गए थे।अखाड़े के शिविर में तीन साल का छोटा संत चर्चा का विषय बना हुआ है।
Mahakumbh 2025: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले से कई साधु और सन्यासी चर्चित हो रहे हैं। मेले के कई किरदार भी सोशल मीडिया पर वायरल हैं। महाकुंभ मेले में इस बार अखाड़ों के शिविरों में भक्ति भाव और ज्ञान की अद्भुत गंगा बह रही है। देशभर से आए साधु-संतों के बीच, जूना अखाड़े के शिविर में एक तीन साल का छोटा संत चर्चा का विषय बना हुआ है। पंजाब के रहने वाले इस बाल संत का नाम श्रवण पुरी है।
अग्निकुंड के पास छोड़ गए थे माता-पिता
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जब श्रवण पुरी 3 महीने के थे तब उनके माता-पिता उन्हें अग्निकुंड के पास छोड़ गए थे। महाराज ने बच्चे के माथे पर तिलक लगाया और माता-पिता को प्रसाद देकर विदा कर दिया। महाराज ने इस 3 महीने के बच्चे को श्रवण पुरी नाम दिया। अब वह 3 साल के हो चुके हैं।
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परिवार के पास गाड़ियों का काफिला और करोड़ों की प्रॉपर्टी
कहा जाता है कि सिद्ध पीठ होने के कारण श्रद्धालु वहां आते हैं और संतान प्राप्ति की मन्नत मांगते हैं। मन्नत पूरी होने पर वह वहां कुछ अर्पित करके जाते हैं। कई श्रद्धालु अपने दो या तीन बच्चों में से एक बच्चे को दान करने की भी मन्नत मांगते हैं। बता दें कि तीन साल का ये बच्चा काफी संपन्न परिवार से है। उनके घर पर गाड़ियों का काफिला और करोड़ों की प्रॉपर्टी है। तीन साल के श्रवण पुरी स्कूल के साथ-साथ धार्मिक शिक्षा भी लेते हैं।इसके अलावा वह खाने में चॉकलेट और पिज्जा के बजाय फल खाना ज्यादा पसंद करते हैं। महाकुंभ में उन्हें देखने के लिए शिविर के सामने लोगों की भीड़ जमा रहती है।