सार
समाजवादी पार्टी (SP) के MLC आशुतोष सिन्हा (Ashutosh Sinha) और MLA अतुल प्रधान (Atul Pradhan) ने विधानसभा में अनोखा प्रदर्शन कर कई प्रमुख मुद्दों पर ध्यान आकर्षित कराया। पढ़ें पूरी रिपोर्ट।
UP Vidhan Sabha session: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के विधान परिषद सदस्य (MLC) आशुतोष सिन्हा (Ashutosh Sinha) और विधायक अतुल प्रधान (Atul Pradhan) ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा (UP Assembly) में अनोखे अंदाज में विरोध जताया। आशुतोष सिन्हा विधानसभा में 'नैतिकता का अस्थि कलश' (Mortal Remains of Morality) लेकर साइकिल से पहुंचे तो अतुल प्रधान प्रतीकात्मक बेड़ियां लगाकर अमेरिका से अपमानित होकर वापस भेजे जा रहे भारतीयों का मुद्दा उठाया। सिन्हा ने योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार पर कुंभ भगदड़ (Kumbh Stampede) में हुई मौतों के आंकड़े छुपाने का आरोप लगाया।
'सरकार की नैतिकता मर चुकी है'-आशुतोष सिन्हा
लगभग 3 किलोमीटर की दूरी साइकिल से तय कर विधानसभा पहुंचे आशुतोष सिन्हा मीडिया के आकर्षण का केंद्र बन गए। उन्होंने सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए कहा: मैं नैतिकता का अस्थि कलश लेकर आया हूं। प्रयागराज (Prayagraj) में महाकुंभ मेला (Maha Kumbh Mela) चल रहा है लेकिन सरकार की नैतिकता मर चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि कई श्रद्धालुओं की जान चली गई, लेकिन सरकार संवेदना व्यक्त करने की बजाय मौतों का आंकड़ा छुपा रही है। आशुतोष सिन्हा ने बिहार और उत्तर प्रदेश उपचुनाव (Bypolls) में धांधली का भी आरोप लगाते हुए कहा, "उन्होंने (BJP पर इशारा करते हुए) लोकतंत्र को लूटा है। यह साबित करता है कि सरकार की नैतिकता खत्म हो चुकी है।
कुंभ भगदड़ और विपक्ष के आरोप
29 जनवरी को मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) के दिन प्रयागराज के संगम क्षेत्र (Sangam Area) में मची भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 60 अन्य घायल हो गए। यूपी सरकार के इस आधिकारिक आंकड़े पर विपक्ष ने सवाल खड़े किए हैं। समाजवादी पार्टी (SP) और अन्य विपक्षी दलों ने सरकार पर कुम्भ भगदड़ में हुई मौतों की संख्या को कम करके बताने का आरोप लगाया। हालांकि, उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि मेला प्रशासन सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
अतुल प्रधान ने अमेरिकी कार्रवाई पर विरोध दर्ज कराया
समाजवादी पार्टी के विधायक अतुल प्रधान हाथों और गले में बेड़िया पहनकर विधानसभा पहुंचे। वह अमेरिका में ट्रंप प्रशासन द्वारा अवैध रूप से रह रहे भारतीयों को हथकड़ी लगातर वापस भेजने के मामले को उठा रहे थे। वह हाथों और गले में बेड़ियां पहनकर उत्तर प्रदेश विधानसभा (UP Assembly) पहुंचे, जिससे वह मीडिया और राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गए। उन्होंने हथकड़ी लगाए जाने का विरोध करते हुए कहा: हमारी संस्कृति नर ही नायारण है को मानने वाली हैं और हमारे देश के नागरिक के साथ अमेरिका का व्यवहार दास प्रथा की तरह हैं, यह अमानवीय है और हम इसको सहन नहीं करेंगे। उन्होंने एक्स हैंडल पर ट्वीट किया: हमारी सरकार से मांग हैं की देश उन नागरिको को जिनका अपमान अमेरिका ने किया है सारी संपत्ति वापस दिलाये। आज इस झूठी सरकार के कारण सबको आघात पहुंचा है। देश में किसानो दशा दयनीय हैं। बेरोजगारी चरम पर है। ये सरकार सिर्फ़ झूठ बोलने का काम करती है।
दरअसल, ट्रंप प्रशासन (Trump Administration) द्वारा हाल ही में अवैध रूप से रह रहे भारतीयों को हथकड़ी लगाकर निर्वासित करने का मामला सामने आया है। इसे लेकर भारतीय प्रवासी संगठनों और कई राजनीतिक दलों ने भी चिंता जताई है।
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