Highest Tax Paying District UP: उत्तर प्रदेश का सबसे अमीर जिला गौतमबुद्धनगर बना, जहां प्रति व्यक्ति आय 10.17 लाख रुपये तक पहुंची। नोएडा न केवल सबसे अधिक टैक्स देता है बल्कि जीडीपी और संपन्नता में भी प्रदेश के अन्य जिलों से काफी आगे निकल चुका है।

Richest District Of Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश- भारत का सबसे अधिक आबादी वाला राज्य, जहां 75 जिले अपनी-अपनी खास पहचान के लिए जानें जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इनमें से कौन सा जिला सबसे ज्यादा अमीर है? किस जिले के लोग सालाना लाखों कमाते हैं और वहां प्रति व्यक्ति आय देश की औसत से कई गुना ज़्यादा है? अगर नहीं, तो आइए जानते हैं उस जिले का नाम, जो आज उत्तर प्रदेश की आर्थिक राजधानी बन चुका है।

कौन है यूपी का सबसे अमीर जिला?

जब बात संपन्नता की आती है, तो उत्तर प्रदेश का गौतमबुद्ध नगर जिला (जिसे आमतौर पर नोएडा कहा जाता है) सबसे आगे निकलता है। यह जिला न सिर्फ यूपी में सबसे अधिक GDP पैदा करता है, बल्कि यहां की प्रति व्यक्ति आय ने भी बाकी जिलों को पीछे छोड़ दिया है।

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नोएडा को इतना समृद्ध किसने बनाया?

गौतमबुद्ध नगर की सफलता के पीछे कई कारण हैं - यहां की आईटी कंपनियां, रियल एस्टेट, हेल्थकेयर, और निर्माण उद्योग ने पिछले कुछ दशकों में जबरदस्त विकास किया है। लगातार बढ़ते निवेश और बुनियादी ढांचे ने इस जिले को आर्थिक हब में बदल दिया है।

कितनी है प्रति व्यक्ति आय, और कितनी है बाकी जिलों में?

2024-25 में गौतमबुद्ध नगर की प्रति व्यक्ति सालाना आय ₹10.17 लाख दर्ज की गई है, जबकि देश की औसत आय मात्र ₹1.84 लाख है। वहीं, लखनऊ और गाजियाबाद जैसे जिले भी इस मामले में काफी पीछे हैं- इनकी प्रति व्यक्ति आय लगभग ₹2 लाख है।

क्या है यूपी के सबसे अमीर व्यक्ति का कनेक्शन इस जिले से?

उत्तर प्रदेश के सबसे अमीर व्यक्ति मुरली ज्ञानचंदानी, जिनकी संपत्ति ₹12,000 करोड़ है, गौतमबुद्ध नगर से ही आते हैं। उनका यह आर्थिक साम्राज्य भी इस जिले की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था का प्रमाण है।

गौतमबुद्ध नगर न सिर्फ प्रति व्यक्ति आय में, बल्कि टैक्स योगदान के मामले में भी यूपी का सबसे बड़ा जिला बन चुका है। यह जिला अब प्रदेश सरकार के लिए एक मजबूत राजस्व स्रोत बन गया है।

लखनऊ और गाजियाबाद क्यों नहीं टक्कर दे पाए?

राजधानी लखनऊ और तेजी से बढ़ता शहर गाजियाबाद भी विकास में पीछे नहीं हैं, लेकिन गौतमबुद्ध नगर से उनकी तुलना की जाए, तो इंफ्रास्ट्रक्चर, निवेश और निजी क्षेत्र की रफ्तार अब भी धीमी दिखती है।

जहां एक ओर गौतमबुद्ध नगर चमक रहा है, वहीं चित्रकूट जैसे जिले अब भी विकास की दौड़ में पीछे हैं। जीडीपी और प्रति व्यक्ति आय के लिहाज से यह यूपी का सबसे कमज़ोर जिला है।

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