सार
प्रयागराज | महाकुंभ 2025 का हिस्सा बनने के लिए लाखों श्रद्धालु और पर्यटक प्रयागराज पहुंच रहे हैं, और अब इस अद्भुत धार्मिक मेले में एक और नया आकर्षण जुड़ गया है। कालीघाट बोट क्लब पर यमुना नदी की लहरों के बीच शुरू हुआ वाटर लेजर शो दर्शकों के लिए एक नया अनुभव लेकर आया है। रोशनी और ध्वनि के इस ऐतिहासिक संगम ने महाकुंभ को एक नई पहचान दी है।
22 करोड़ रुपये की लागत से हुआ आयोजन
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित इस वाटर लेजर शो का बजट 22 करोड़ रुपये रखा गया है। यह शो एक तकनीकी चमत्कार और कला का अद्भुत उदाहरण बनकर सामने आया है। शो के दौरान यमुना की लहरों पर कास्मिक रोशनी और भव्य ध्वनियों का संयोजन किया गया, जिससे दर्शकों को धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों का एक नया रूप देखने को मिला।
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कालीघाट पर उमड़ा जनसैलाब
पहली बार इस शो को देखने के लिए कालीघाट पर जनसैलाब उमड़ पड़ा। नदी की लहरों पर झिलमिलाती रोशनी और मधुर संगीत ने वातावरण को भक्तिमय बना दिया। श्रद्धालु और पर्यटक इस अद्भुत अनुभव को लेकर बहुत खुश थे। इसका उद्देश्य महाकुंभ के आध्यात्मिक माहौल को आधुनिक तकनीक से जोड़ना था, और यह प्रयास सफल भी रहा।
महाकुंभ 2025 का नया आकर्षण
महाकुंभ में पहली बार आयोजित इस शो ने आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों को तकनीकी रूप से प्रस्तुत किया है। यह न केवल एक मनोरंजन का साधन है, बल्कि महाकुंभ की ऐतिहासिक गाथाओं को एक दिलचस्प और आकर्षक तरीके से प्रस्तुत करने का भी प्रयास किया गया है।
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