सार

प्रयागराज महाकुंभ 2025 में सुरक्षा के लिए माइक्रोचिप लगे घोड़े तैनात! भीड़ नियंत्रण और यातायात प्रबंधन में इन घोड़ों की होगी अहम भूमिका। जानिए इन खास घोड़ों की विशेषताएं और प्रशिक्षण।

प्रयागराज महाकुंभ 2025: महाकुंभ को भव्य और सुरक्षित बनाने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने सुरक्षा के क्षेत्र में अनूठा कदम उठाया है। भीड़ नियंत्रण और यातायात प्रबंधन के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित घुड़सवार पुलिस को तैनात किया गया है। इन घोड़ों में माइक्रोचिप लगाई गई है, जो उन्हें तकनीकी रूप से सक्षम बनाती है।

माइक्रोचिप घोड़ों की विशेषता

माइक्रोचिप लगे घोड़ों में उनकी गतिविधियों और स्वास्थ्य का डेटा स्टोर होता है। ये घोड़े भारतीय, यूरोपीय और अमेरिकी नस्लों के हैं। प्रत्येक घोड़े की कीमत 50 लाख रुपये से 3 करोड़ रुपये तक हो सकती है। इनकी देखभाल के लिए विशेषज्ञों की टीम तैनात की गई है।

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घुड़सवार पुलिस का प्रशिक्षण

घुड़सवार पुलिस को कठोर प्रशिक्षण दिया गया है, जिसमें उन्हें रेतीले और कीचड़ वाले इलाकों में गश्त करने के लिए तैयार किया गया है। अधिकारियों का कहना है कि माइक्रोचिप घोड़ों के उपयोग से भीड़ पर बेहतर नियंत्रण होगा और कुंभ मेले के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।

कुंभ मेले में घोड़ों की भूमिका

महाकुंभ 2019 की तरह इस बार भी घुड़सवार पुलिस भीड़ प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। जहां वाहनों की पहुंच सीमित होगी, वहां घुड़सवार पुलिस गश्त करेगी। इसके अलावा, घुड़सवार पुलिस को यातायात प्रबंधन और प्रमुख स्नान के दिनों में तैनात किया जाएगा।

विशेष आहार और देखभाल

इन घोड़ों को संतुलित आहार दिया जाता है, जिसमें जौ, चना, गुड़, अलसी का तेल और हरी घास शामिल है। उनके स्वास्थ्य की नियमित जांच और विशेष देखभाल की जाती है।

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महाकुंभ 2025 में भीड़ प्रबंधन का नया मॉडल

उत्तर प्रदेश पुलिस के इस प्रयास से महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को न केवल बेहतर सुरक्षा मिलेगी, बल्कि भीड़ प्रबंधन में भी नया मानक स्थापित होगा। घुड़सवार पुलिस की यह पहल महाकुंभ के इतिहास में एक नया अध्याय लिखेगी।