इतर-बितर सामान, घायलों को बचाते पुलिसकर्मी, भगदड़ के बाद की 10 PHOTOS
मौनी अमावस्या पर कुंभ मेले में भगदड़ मच गई, जिसमें कई श्रद्धालु घायल हो गए। प्रशासन ने राहत कार्य शुरू किया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया।
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कुंभमेला क्षेत्र में उमड़ी भीड़, मची भगदड़
संगम तट पर लाखों श्रद्धालु मौनी अमावस्या के मौके पर गंगा स्नान के लिए पहुंचे थे। इस भीड़ में जब संख्या अधिक थी, जिसके बाद धक्का-मुक्की के बाद अफरा-तरफी से भगदड़ मच गई। जिसमे कई लोगों के घायल हो गए।
घायलों को अस्पताल भेजने के लिए ग्रीन कॉरिडोर
भगदड़ में घायल हुए श्रद्धालुओं को प्राथमिक उपचार के बाद एंबुलेंस द्वारा अस्पताल भेजने के लिए ग्रीन कॉरिडोर का इस्तेमाल किया जा रहा है। जिससे भरी भीड़ से घायल जल्दी से जल्दी अस्पताल पहुंच सकें, और सही समय पर उन्हें इलाज मिल सके।
भगदड़ के बाद का दृश्य
भगदड़ के दौरान कई श्रद्धालु गिर गए और बैरिकेडिंग टूट गई। इस दृश्य में उन श्रद्धालुओं की हालत को देखा जा सकता है जो गिरने के बाद चोटिल हो गए थे। कुछ श्रद्धालुओं का दम घुटने की खबर भी सामने आई थी। हलाकि आधिकारिक जानकारी नहीं है
प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी की बातचीत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सुबह-सुबह फोन पर बात की। वे संगम नगरी में मची भगदड़ और स्थिति की समीक्षा कर रहे थे और जरूरी सहायता के निर्देश दिए।
अखाड़ा परिषद का निर्णय
स्थिति को देखते हुए अखाड़ा परिषद ने अमृत स्नान रद्द करने का निर्णय लिया। ताकि हालत पर काबू पाया जा सकते और किसी भी प्रकार की अन्य अप्रिय घटना न घटे और प्रशासन की ओर से स्थिति को नियंत्रित किया जा सके।
पुलिस और प्रशासन द्वारा राहत कार्य
पुलिस और प्रशासन ने पूरी तत्परता के साथ राहत और बचाव कार्य शुरू किया। स्थिति को काबू करने के लिए आपदा प्रबंधन की टीम भी मौके पर थी। राहत कार्य में जो पुलिसकर्मी और प्रशासनिक अधिकारी थे, वे घायल श्रद्धालुओं को सुरक्षा प्रदान करने के साथ-साथ व्यवस्थाओं को सुधारने का प्रयास कर रहे थे।
घायलों का इलाज
भगदड़ के दौरान घायल हुए कई श्रद्धालुओं को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती किया गया। डॉक्टरों की टीम ने तुरंत इलाज शुरू किया, जिससे बहुत से श्रद्धालुओं की जान बचाई जा सकी। एंबुलेंस से घायलों को अस्पताल भेजने का सिलसिला जारी था।
संगम तट पर सुरक्षा व्यवस्था
मेला अधिकारियों ने संगम तट पर सुरक्षा व्यवस्था को सख्त किया। बैरिकेडिंग दोबारा न टूटे और अनुशासन बनाए रखने के लिए पुलिस बल और सुरक्षा कर्मी तैनात थे, ताकि भगदड़ की स्थिति फिर से उत्पन्न न हो।
मुख्यमंत्री योगी की अखाड़ों से बातचीत
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखाड़ों के प्रमुखों से बातचीत की, जिसमें उन्होंने उन्हें अमृत स्नान रद्द करने की सलाह दी। अखाड़ा प्रमुखों ने प्रशासन से सहयोग किया और स्थिति को संभालने में मदद की.
कंट्रोल रूम से स्थिति की निगरानी
महाकुंभ मेले के प्रशासन ने एक कंट्रोल रूम स्थापित किया था, जिसमें अधिकारियों द्वारा लगातार स्थिति की निगरानी की जा रही थी। यहां से सूचना का आदान-प्रदान किया जा रहा था और प्रशासन ने तत्परता से स्थिति को नियंत्रण में लिया।