सार

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में कुंभ मेले के दौरान हुई भगदड़ वाली जगह का दौरा किया और सुरक्षा व्यवस्था का जायज़ा लिया। उन्होंने अधिकारियों को सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए और श्रद्धालुओं को आश्वासन दिया।

Prayagraj Mahakumbh 2025 |  28 जनवरी की रात संगम तट पर हुई भगदड़ की घटना के बाद, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 1 फरवरी को प्रयागराज पहुंचे। इस यात्रा का उद्देश्य जहां उपराष्ट्रपति की महाकुंभ में आगवानी करना था, वहीं सबसे पहले उन्होंने उस स्थान का निरीक्षण किया, जहां 28 जनवरी को भगदड़ मच गई थी। मुख्यमंत्री ने घटना के बाद प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति का जायजा लिया और जरूरी दिशा-निर्देश दिए।

घटनास्थल का निरीक्षण और अधिकारियों से दिशा-निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटनास्थल का दौरा किया और वहां की सुरक्षा व्यवस्था का सघन निरीक्षण किया। इस दौरान मेला अधिकारी विजय किरन आनंद, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी उनके साथ थे। मुख्यमंत्री ने घटनास्थल के हालात पर सवाल उठाए और प्रशासन को भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की सलाह दी। उन्होंने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने पर जोर दिया और अधिकारियों से व्यवस्था में और सुधार लाने के निर्देश दिए।

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श्रद्धालुओं के बीच सुरक्षा का विश्वास, जयकारों के साथ स्वागत

घटनास्थल पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति से श्रद्धालुओं में सुरक्षा को लेकर एक नया विश्वास जागृत हुआ। घाट पर उपस्थित श्रद्धालुओं ने "हर हर महादेव" और "जय श्री राम" के जयकारों से मुख्यमंत्री का स्वागत किया। यह दृश्य सुरक्षा के प्रति श्रद्धालुओं के मन में विश्वास का प्रतीक बना।

भविष्य के लिए सख्त सुरक्षा रणनीति

महाकुंभ के दौरान मोनी अमावस्या के समय हुई भगदड़ जैसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन अब अतिरिक्त सतर्कता बरतने की योजना बना रहा है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए आने वाले दिनों में सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा किया जाएगा, ताकि कोई भी श्रद्धालु बिना भय के अपने आस्था के पर्व का आनंद ले सके।

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