सार
Prayagraj mahakumbh 2025/ Makarsankranti 2025 | महाकुंभ 2025 का भव्य आयोजन प्रयागराज में जोरों पर है, और आज मकर संक्रांति का खास अवसर भी है। इस दिन साधु-संत, अखाड़े संगम में शाही स्नान कर रहे हैं मकर संक्रांति को लेकर महाकुंभ मेले में मौजूद ज्योतिषाचार्य ने खास जानकारी दी है। उनके अनुसार, मकर संक्रांति पर बनने वाले खगोलीय संयोग का विशेष महत्व है। जानिए, मकर संक्रांति के दिन स्नान और दान का सही समय क्या है, और कैसे आप इसका सही लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
मकर संक्रांति के स्नान और दान का सही समय
ज्योतिषाचार्य कन्हैयालाल के अनुसार, मकर संक्रांति का पर्व तब मनाया जाता है जब सूर्य धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करता है। इस दिन विशेष रूप से स्नान और दान का महत्व बढ़ जाता है। उनका कहना है कि अगर आप मकर संक्रांति के दिन स्नान और दान के लाभ को पूरा प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको यह कार्य 11:15 बजे के बाद करना चाहिए। इस समय के बाद किया गया स्नान और दान विशेष रूप से फलदायी रहेगा।
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दान के लिए विशेष समय और खिचड़ी का महत्व
ज्योतिषाचार्य कन्हैयालाल ने बताया कि मकर संक्रांति पर दान का समय भी बेहद महत्वपूर्ण है। यदि आप सही समय पर दान करेंगे, तो आपको उसका पूरा फल मिलेगा। इसके अलावा, इस दिन सूर्य नारायण देव का ध्यान करना चाहिए और तिल का दान के साथ-साथ खिचड़ी दान भी करना आवश्यक है। खिचड़ी दान करते समय ध्यान रखें कि खिचड़ी में काली उड़द दाल का होना बेहद जरूरी है।
इस तरह, मकर संक्रांति के दिन किया गया सही स्नान और दान आपके जीवन में सुख-समृद्धि लेकर आएगा।
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