सार

Kumbh Mela 2025: बिहार के एक पोलियो ग्रस्त रिटायर्ड शिक्षक गौरी शंकर झा ने पहली बार प्रयागराज कुंभ में गंगा स्नान किया। उन्होंने सीएम योगी की व्यवस्था की तारीफ करते हुए इसे जीवन का दिव्य अनुभव बताया।

Prayagraj Mahakumbh 2025 : कुंभ मेला, जहां लाखों श्रद्धालु आस्था और मोक्ष की प्राप्ति के लिए संगम के पवित्र जल में डुबकी लगाते हैं, वहां एक ऐसा भी शख्स है, जिसने अपने जीवन में पहली बार गंगा में स्नान किया और यह अनुभव उसके लिए जीवन के सबसे दिव्य और भव्य अनुभवों में से एक बन गया। यह व्यक्ति हैं, बिहार के रहने वाले गौरी शंकर झा, जो पोलियो से ग्रस्त होने के बावजूद अपने परिवार के साथ प्रयागराज पहुंचे।

दिव्यांग रिटायर्ड शिक्षक सीएम योगी की तारीफ

गौरी शंकर झा, जो एक रिटायर्ड शिक्षक हैं, ने बताया कि उनके लिए यह यात्रा किसी आशीर्वाद से कम नहीं है। व्हीलचेयर पर अपने बेटे शुभम झा और पत्नी सुनीता झा के साथ पांच किलोमीटर से ज्यादा चलकर उन्होंने गंगा स्नान किया। उन्होंने कहा, "मैंने जीवन में कभी ऐसी दिव्य व्यवस्था नहीं देखी। योगी बाबा की कृपा से ही मुझे पहली बार गंगा दर्शन और स्नान का अवसर मिला।"

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गौरी शंकर झा ने आगे कहा, "मेरा उद्देश्य मोक्ष प्राप्ति है, और इसके लिए मैंने यह यात्रा की है। मुझे किसी से कोई शिकायत नहीं है, यहां की व्यवस्था बहुत बेहतरीन है।" उनका यह अनुभव न केवल उनके परिवार, बल्कि सभी श्रद्धालुओं के लिए प्रेरणादायक है।

गौरी शंकर झा की श्रद्धा, हमें बताती है की आस्था और विश्वास किसी भी शारीरिक अड़चन से ऊपर होते हैं। गौरी शंकर झा की यात्रा न केवल उनकी ताकत और संकल्प का प्रतीक है, बल्कि यह कुंभ मेला की दिव्यता और भव्यता को भी दर्शाती है, जो हर किसी के लिए एक नई उम्मीद और ऊर्जा का स्रोत बनता है।

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