सार
प्रयागराज महाकुंभ 2025 के दौरान एक भावुक घटना सामने आई, जिसमें एक 8 साल की बच्ची गंगा नदी में गिर गई। यह हादसा रविवार शाम को शास्त्री पुल के नीचे घटित हुआ, जब अवनि नामक बच्ची खेलते हुए अचानक नदी में गिर पड़ी। हादसे के बाद उसकी मां शालिनी और भाई आयुष्मान ने भी अपनी जान की परवाह किए बिना गंगा में छलांग लगा दी, ताकि वे उसे बचा सकें।
घटना के दौरान 23वीं वाहिनी पीएसी मुरादाबाद का बाढ़ राहत दल उसी क्षेत्र में तैनात था। पीएसी जवानों ने तुरंत अपनी बहादुरी और सूझबूझ का परिचय देते हुए तीनों को गंगा से सुरक्षित बाहर निकाला।
पीएसी जवानों की तत्परता ने बचाई तीनों की जान
पीएसी जवान जितेन्द्र सिंह राणा, आकिल अंसारी और कृष्ण कुमार ने अपनी बहादुरी से यह सुनिश्चित किया कि किसी की भी जान को कोई खतरा न हो। जवानों ने गंगा के तेज बहाव में कूदकर तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और समय रहते सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। उनकी इस त्वरित कार्रवाई ने यह साबित कर दिया कि प्रशिक्षित दल किसी भी आपात स्थिति में कैसे काम आता है।
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मां-बेटे का साहस और परिवार का अटूट प्रेम
इस घटना में मां शालिनी और उनके बेटे आयुष्मान ने बिना किसी डर के अपनी जान की परवाह किए बिना अपनी बेटी और बहन को बचाने के लिए गंगा में छलांग लगाई। उनका यह साहसिक कदम परिवार के अटूट प्रेम का उदाहरण पेश करता है। इसने यह साबित किया कि संकट के समय परिवार एक-दूसरे की मदद के लिए हमेशा तैयार रहता है।
स्थानीय प्रशासन और लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय प्रशासन ने इस साहसिक रेस्क्यू ऑपरेशन को सराहा और कहा कि इस घटना ने दिखा दिया कि कठिन परिस्थिति में सही निर्णय और बहादुरी से जीवन बचाया जा सकता है। इस घटना ने यह भी संदेश दिया कि परिवार और साहस के माध्यम से हर मुश्किल को पार किया जा सकता है।
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