सार
प्रयागराज महाकुंभ 2025: महाकुंभ में जहां एक ओर हाईटेक टेंट सिटी और डोम सिटी जैसी सुविधाएं भारी शुल्क पर उपलब्ध हैं, वहीं दूसरी ओर 'नर सेवा नारायण सेवा समिति' जरूरतमंदों के लिए मसीहा बनकर सामने आई है। अरैल क्षेत्र के निषादराज मार्ग पर प्लाटून पुल नंबर 26 के समीप यह संस्था गरीब और जरूरतमंद श्रद्धालुओं को मुफ्त रहने और खाने की सुविधा दे रही है।
भारी शुल्क के बीच मुफ्त सेवा का अनोखा पहल
जहां हाईटेक टेंट सिटी में एक रात का किराया 5000 से लेकर 95000 रुपये तक है, वहीं इस समिति ने बिना किसी शुल्क के 60-70 लोगों को रोजाना रहने और खाने की व्यवस्था प्रदान की है। यह सेवा 13 जनवरी से 26 फरवरी तक उपलब्ध रहेगी।
कैसे लाभ का उठा सकते हैं सेवा?
इस सेवा का लाभ लेने के लिए श्रद्धालु को अपना ओरिजिनल आधार कार्ड दिखाना होगा और अपनी जानकारी रजिस्टर में दर्ज करानी होगी। इसके बाद, उन्हें रहने के लिए बिस्तर और भोजन के लिए प्रसाद उपलब्ध कराया जाएगा।
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समिति के पीछे की प्रेरणा
संस्था के मैनेजर सूर्यमणि मिश्रा ने बताया कि यह पहल उनके महाराज प्रमोदानंद महाराज की प्रेरणा से शुरू हुई है। उनका उद्देश्य है कि कोई भी व्यक्ति जो संगम नगरी में श्रद्धा के लिए आता है, उसे ठहरने और भोजन के अभाव में परेशान न होना पड़े।
श्रद्धालुओं के लिए वरदान
यह सेवा उन लोगों के लिए वरदान है, जो आर्थिक तंगी के कारण महाकुंभ में सुविधाओं का लाभ नहीं उठा सकते। साथ ही, यहां आने वाले श्रद्धालुओं को संगम स्नान की सुविधा भी दी जाती है।
एक नई मिसाल
'नर सेवा नारायण सेवा समिति' की यह पहल समाज के लिए एक प्रेरणा है, जो यह साबित करती है कि श्रद्धा और सेवा के मेल से ही महाकुंभ जैसे महापर्व का सच्चा अर्थ सामने आता है।
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