प्रयागराज के राजरूपपुर में तेज रफ्तार जैगुआर कार ने दिवाली की खरीदारी कर रहे लोगों को रौंद दिया। हादसे में एक की मौत और छह लोग घायल हुए। आरोपी रचित मध्यान को इलाज के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा।

प्रयागराज। दिवाली की रौनक के बीच प्रयागराज के राजरूपपुर इलाके में एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जब तेज रफ्तार जैगुआर कार ने सड़क पर खरीदारी कर रहे लोगों को रौंद दिया। हादसा इतना भयानक था कि 55 वर्षीय व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना का सीसीटीवी वीडियो सामने आने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है। फुटेज में बेलगाम रफ्तार और टक्कर का पूरा मंजर साफ दिखाई दे रहा है।

सीसीटीवी फुटेज में दिखा दर्दनाक मंजर

धूमनगंज थाना क्षेत्र के राजरूपपुर में हुई इस दुर्घटना का सीसीटीवी वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। फुटेज में दिख रहा है कि तेज रफ्तार जैगुआर पहले डिवाइडर से टकराती है और फिर सड़क किनारे खड़े एक बाइक सवार को जोरदार टक्कर मारती है। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बाइक सवार युवक कई फीट दूर जा गिरा। इस हादसे में 55 वर्षीय इलेक्ट्रीशियन प्रदीप पटेल की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो कार, दो बाइक और एक स्कूटी समेत कुल छह लोग घायल हुए। स्थानीय लोगों ने घायल लोगों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया।

Scroll to load tweet…

यह भी पढ़ें: अब यूपी में हलाल सर्टिफिकेट हुआ बैन, सीएम योगी का सख्त फरमान, क्या है मामला?

कार मालिक का बेटा निकला आरोपी रचित मध्यान

पुलिस के अनुसार, हादसे को अंजाम देने वाला चालक रचित मध्यान, प्रयागराज के प्रसिद्ध कामधेनु स्वीट्स कारोबारी परिवार से संबंध रखता है। रचित खुद भी इस दुर्घटना में घायल हो गया था और उसे इलाज के लिए लखनऊ रेफर किया गया था। प्रयागराज पुलिस ने रचित का इलाज पूरा होने के बाद लखनऊ से उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक, आरोपी पर लापरवाही से वाहन चलाने का मामला दर्ज किया गया है।

कोर्ट ने आरोपी को भेजा जेल,स्थानीय लोगों में आक्रोश

पुलिस ने बताया कि मंगलवार रात करीब 10:40 बजे रचित मध्यान को रिमांड मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। अदालत ने सुनवाई के बाद आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दिया। मेडिकल परीक्षण के बाद पुलिस ने रचित को जेल भेज दिया है।

घटना के बाद से ही इलाके में आक्रोश व्याप्त है। स्थानीय लोगों का कहना है कि आए दिन सड़क पर तेज रफ्तार से दौड़ती गाड़ियों से जान का खतरा बना रहता है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि त्योहारों के दौरान बाजारों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में ट्रैफिक पर सख्त नियंत्रण किया जाए।

यह भी पढ़ें: मेरठ में मंत्री के करीबियों की गुंडागर्दी! सड़क पर छात्रों से नाक रगड़वाई, पुलिस खामोश रही?