सार
Operation Sindoor: पहलगाम हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' में PoK में 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया। मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी इस कार्रवाई की सराहना की है।
Muslim clerics support Indian Army strike: कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब आखिरकार भारत ने दे दिया है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकियों के 9 ठिकानों को निशाना बनाकर उन्हें तबाह कर दिया। इस जवाबी कार्रवाई के बाद न सिर्फ देशभर में खुशी का माहौल है, बल्कि मुस्लिम समुदाय के धर्मगुरुओं ने भी इस ऑपरेशन की खुलकर सराहना की है।
मौलाना यासूब अब्बास बोले "भारत की ख़ामोशी को कमज़ोरी समझा गया, अब हुआ मुंहतोड़ जवाब"
लखनऊ के शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास ने एक निजी चैनल से बात करते हुए कहा,“मैं भारतीय सेना और जवानों को सलाम करता हूं। जिस तरह प्रधानमंत्री और रक्षामंत्री ने पाकिस्तान पर एयरस्ट्राइक का फैसला लिया, वह काबिल-ए-तारीफ है। पहलगाम में बेगुनाह नागरिकों की हत्या का जवाब अब मिल गया है।”
उन्होंने आगे कहा कि ऑपरेशन सिंदूर से आज पूरा भारत जश्न मना रहा है और ये कार्रवाई बहुत जरूरी थी। "भारत की चुप्पी को पाकिस्तान ने कमज़ोरी समझा, लेकिन हमारी सेना ने दिखा दिया कि हम हर चुनौती का जवाब देना जानते हैं।"
ख़ालिद रशीदी फ़िरंगी महली ने भी की तारीफ
निजी चैनल द्वारा प्रकाशित ख़बर के अनुसार, लखनऊ के एक और मुस्लिम धर्मगुरु ख़ालिद रशीदी फ़िरंगी महली ने भी भारतीय सेना की कार्रवाई का स्वागत किया। “हम ऑपरेशन सिंदूर का खैरमक़दम करते हैं। यह आतंक के खिलाफ एक सख्त और जरूरी कदम था। पहलगाम हमले के बाद पूरे देश को उम्मीद थी कि सेना जवाब देगी, और अब पूरे देश में जश्न का माहौल है।”
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में कई बेगुनाह नागरिकों की जान गई थी। इसके बाद सेना ने तैयारियां शुरू कीं और मंगलवार-बुधवार की रात करीब 1:44 बजे एयरफोर्स ने पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों को मिसाइल से तबाह कर दिया। इस मिशन को 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम दिया गया। इस हमले में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के बेस कैंप तबाह हुए हैं। सेना के अनुसार कई बड़े आतंकी भी मारे गए हैं।
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