सार

महाशिवरात्रि पर महाकुंभ में लाखों श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम में स्नान किया। प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन के पुख्ता इंतजाम किए और श्रद्धालुओं को जरूरी दिशा-निर्देश दिए।

महाकुम्भनगर, 26 फरवरी : महाकुम्भ के अंतिम पावन स्नान पर्व महाशिवरात्रि के लिए देश विदेश के श्रद्धालु मंगलवार की रात से ही महाकुम्भनगर पहुंचने लगे। महाशिवरात्रि के महापर्व पर श्रद्धालुओं की आस्था अपने शिखर पर नजर आई, जिसके फलस्वरूप दोपहर 12 बजे तक पवित्र संगम में एक करोड़ लोगों ने स्नान कर लिया। श्रद्धालुओं के इतने बड़े जनसागर के संगम तक पहुंचने और पवित्र स्नान के बाद उनकी सुरक्षित वापसी के लिए मंगलवार रात से ही मेला क्षेत्र में बड़े बड़े वैरिएबल मैसेजिंग डिस्प्ले (वीएमडी) पर जरूरी संदेश प्रसारित किए जाने लगे। क्राउड मैनेजमेंट को लेकर सजगता बरतते हुए प्रशासन ने सभी श्रद्धालुओं के सुगम स्नान का मार्ग प्रशस्त किया।

व्यापक इंतजाम सीएम योगी आदित्यनाथ के विशेष निर्देश पर महाकुम्भनगर प्रशासन ने देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पूरे मेला क्षेत्र में व्यापक इंतजाम किए थे। जिससे उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न होने पाए। इसके अलावा स्नान के बाद घाटों पर अधिक समय न बिताकर शीघ्र गंतव्य की ओर बढ़ने की लोगों से बराबर अपील भी की जाती रही। जिससे श्रद्धालुओं को महाशिवरात्रि के स्नान के लिए बड़ी सुविधा मिली।

घाटों पर रात से ही दिए गए दिशा-निर्देश मां गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगाने के लिए प्रतिदिन सवा करोड़ से भी अधिक श्रद्धालु उमड़ रहे हैं। महाशिवरात्रि के इस महाआयोजन को सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने के लिए मेला प्रशासन ने सख्त इंतजाम किए। घाटों पर भीड़ नियंत्रण से लेकर डिजिटल सूचना प्रणाली तक से श्रद्धालुओं को आवश्यक सूचनाएं प्रेषित की जाती रहीं। मेला प्रशासन ने जगह जगह बड़े बड़े वैरिएबल मैसेजिंग डिस्प्ले लगाकर श्रद्धालुओं से अपील की कि वे स्नान के बाद घाटों पर अधिक समय न बिताएं और शीघ्र अपने गंतव्य की ओर बढ़ें। इससे भीड़ नियंत्रण में काफी मदद मिली और सभी को सुगमता से स्नान करने का मौका मिला। वैरिएबल मैसेजिंग डिस्प्ले पर मंगलवार की रात से ही लगातार महत्वपूर्ण सूचनाएं, दिशा-निर्देश और सुरक्षा संबंधी अलर्ट जारी होते रहे।