सार

Milkipur By Election Result LIVE : मिल्कीपुर उपचुनाव में बीजेपी आगे, सपा पीछे। क्या अवधेश प्रसाद के बेटे को टिकट देना सपा की भूल साबित हुई? यादव वोटर्स की नाराजगी और बंटे वोटों ने बिगाड़ा खेल?

Milkipur By Election Result LIVE : अयोध्या जिले की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव की मतगणना जारी है। शुरूआती रुझानों में बीजेपी के चंद्रभानु पासवान ने समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रत्याशी अजीत प्रसाद से बढ़त बना ली है। एग्जिट पोल में भी बीजेपी को बढ़त मिलने का अनुमान था, और अब यह रुझानों में भी स्पष्ट हो रहा है। लेकिन एक सवाल उभर रहा है कि सपा ने इस उपचुनाव में कहां चूक की? क्या अवधेश प्रसाद से नाराज यादव वोटर इसका कारण हैं?

लोकसभा चुनाव में सपा की जबरदस्त जीत और मिल्कीपुर में चूक

लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने अयोध्या की फैजाबाद सीट पर बीजेपी को धूल चटाकर सबको चौंका दिया था। सपा की यह जीत न सिर्फ प्रदेश, बल्कि देशभर में चर्चा का विषय बन गई थी। अखिलेश यादव ने अवधेश प्रसाद को भारतीय राजनीति का सेकुलर चेहरा बताया था और 'मथुरा न काशी, हमें चाहिए अवधेश पासी' जैसे नारों के साथ सपा ने बड़ी जीत दर्ज की थी।

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इसी जीत के बाद अखिलेश यादव ने मिल्कीपुर सीट से अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को प्रत्याशी घोषित किया। लेकिन, राजनीतिक जानकारों का कहना है कि यह अखिलेश यादव की सबसे बड़ी भूल थी। लोकसभा चुनाव में अवधेश प्रसाद को जीताने में पार्टी कार्यकर्ताओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, लेकिन जब विधानसभा उपचुनाव आया, तो कार्यकर्ताओं को उम्मीद थी कि उनका ही कोई सदस्य प्रत्याशी बनेगा। इस बात से निराश होकर सपा जिलाध्यक्ष अंतोष चौधरी उर्फ सूरज चौधरी अपने समर्थकों संग सपा छोड़कर आजाद समाज पार्टी में शामिल हो गए और बागी के तौर पर चुनावी मैदान में उतर गए।

यादव वोटर्स का गुस्सा और बंटा वोट

मिल्कीपुर सीट पर यादव परिवार का दबदबा रहा है और यह सीट अक्सर इस परिवार के कब्जे में रही है। यादव समाज में यह नाराजगी थी कि अवधेश प्रसाद ने मित्रसेन यादव परिवार के वर्चस्व को खत्म किया। हालांकि यादव समाज समाजवादी पार्टी से नाराज नहीं था, लेकिन उन्हें यह रंज था कि सपा ने अवधेश प्रसाद के बेटे को प्रत्याशी क्यों बनाया। शुरुआती रुझान यही बता रहे हैं कि यादव वोट इस बार बंट गया है, जिससे सपा को नुकसान हो सकता है।

बीजेपी की रणनीति: पासी बनाम पासी

वहीं बीजेपी ने सूझबूझ से प्रत्याशी का चयन किया। पार्टी ने पासी समाज से चंद्रभानु पासवान को उम्मीदवार बनाया, जिनकी छवि साफ-सुथरी और मधुभाषी के तौर पर पहचानी जाती है। इसके अलावा चंद्रभानु पासवान का अन्य पार्टियों से भी अच्छा संबंध है, और इस कारण वह पासी समाज के वोटों को बीजेपी की तरफ खींचने में सफल रहे हैं। यही वजह है कि बीजेपी मिल्कीपुर सीट पर पासी समाज का समर्थन प्राप्त करती दिख रही है।

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