सार
Mahakumbh Mela Stampede : महाकुंभ मेला के दौरान मौनी अमावस्या पर संगम तट पर अचानक बढ़ी भीड़ के चलते भगदड़ मच गई। इस हादसे में कई श्रद्धालु घायल हो गए, जिनका इलाज महाकुंभ के केंद्रीय चिकित्सालय में चल रहा है। घटनास्थल पर फौरन राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया। एम्बुलेंस की 50 से ज्यादा गाड़ियां घायलों को अस्पताल पहुंचा रही हैं, जबकि ग्रीन कॉरिडोर का भी इस्तेमाल किया गया ताकि घायल श्रद्धालुओं को जल्द से जल्द इलाज मिल सके।
घायलों की स्थिति नियंत्रण में?
महाकुंभ मेले की ओएसडी आकांक्षा राणा ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि संगम नोज के पास बढ़ी हुई भीड़ के दबाव से भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हुई। हालांकि, उनका यह भी कहना था कि किसी की मौत की सूचना नहीं है और घायल श्रद्धालुओं का इलाज जारी है। अस्पताल को छावनी में बदल दिया गया है, और मीडिया कर्मियों को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
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घायलों की जानकारी देते हुए राणा ने बताया कि कुछ महिलाओं का दम घुटने के कारण वे एक-दूसरे पर गिर पड़ीं, जिससे बैरिकेडिंग टूट गई और भगदड़ मच गई। करीब 20 से 25 लोग घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। राहत की बात यह रही कि किसी की मौत की खबर नहीं आई।
क्राउड मैनेजमेंट प्लान लागू, श्रद्धालुओं की एंट्री रोकी गई
घटना के बाद महाकुंभ में क्राउड मैनेजमेंट प्लान को तुरंत लागू कर दिया गया है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं की एंट्री रोक दी है और शहर के बाहर जत्थों को रोका जा रहा है। 10 से ज्यादा जिलाधिकारियों को भीड़ को नियंत्रित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अधिकारियों ने प्रयागराज के बॉर्डर पर स्थिति को काबू में रखने के लिए सख्त कदम उठाए हैं, ताकि कोई और हादसा न हो।
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