सार

महाकुंभ 2025 में विश्व हिंदू रक्षा परिषद ने स्वामी रामभद्राचार्य को भारत रत्न देने की मांग की है। परिषद ने उनके राम मंदिर निर्माण में योगदान को ऐतिहासिक बताया और सनातन धर्म बोर्ड के गठन की भी अपील की।

महाकुंभ 2025 के अवसर पर विश्व हिंदू रक्षा परिषद द्वारा एक विशेष रैली का आयोजन किया गया। परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल राय ने इस अवसर पर संत शिरोमणि स्वामी रामभद्राचार्य को भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि स्वामी रामभद्राचार्य का राम मंदिर निर्माण में योगदान ऐतिहासिक और प्रेरणादायक रहा है, जिसे सम्मानित किया जाना चाहिए। साथ ही, उन्होंने सनातन धर्म बोर्ड के गठन की भी अपील की।

राम मंदिर निर्माण में स्वामी रामभद्राचार्य की भूमिका

गोपाल राय ने कहा कि स्वामी रामभद्राचार्य ने राम मंदिर निर्माण के पक्ष में ऐतिहासिक और धार्मिक साक्ष्य प्रस्तुत किए, जिन्हें सर्वोच्च न्यायालय ने प्रमाणिक मानते हुए अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के ऐतिहासिक फैसले का आधार बनाया। उनका यह योगदान भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय है।

स्वामी रामभद्राचार्य का परिचय और योगदान

स्वामी रामभद्राचार्य न केवल एक धर्मगुरु और विद्वान हैं, बल्कि समाजसेवा में भी उनकी भूमिका उल्लेखनीय रही है। उनके प्रमुख योगदानों में शामिल हैं:

  • धार्मिक ग्रंथों का संरक्षण
  • वेद-पुराणों की शिक्षा और प्रचार-प्रसार
  • सनातन परंपराओं और सांस्कृतिक मूल्यों को जागरूक करना

यह भी पढ़ें : वयं राष्ट्रे जागृयाम पुरोहिताः मोरारी बापू का संदेश, महाकुंभ में हुआ ध्वजारोहण

राम मंदिर आंदोलन में निर्णायक योगदान

स्वामी रामभद्राचार्य ने अपने जीवन को सनातन धर्म और समाज की सेवा के लिए समर्पित किया। अयोध्या विवाद के समाधान में उनके द्वारा प्रस्तुत साक्ष्यों ने निर्णायक भूमिका निभाई। स्वामी रामभद्राचार्य ने वेद, पुराण और अन्य प्राचीन ग्रंथों के माध्यम से यह प्रमाणित किया कि अयोध्या में राम मंदिर का ऐतिहासिक अस्तित्व था। इन प्रमाणों ने राम मंदिर निर्माण के पक्ष में एक मजबूत आधार प्रदान किया।

स्वामी रामभद्राचार्य को भारत रत्न देने की मांग

विश्व हिंदू रक्षा परिषद के महामंत्री शशिकांत मिश्रा उर्फ नीरज ने कहा कि स्वामी रामभद्राचार्य का योगदान बहुआयामी है और उन्हें भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान "भारत रत्न" दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "स्वामी रामभद्राचार्य ने अपने जीवन को सनातन धर्म की रक्षा और प्रचार-प्रसार के लिए समर्पित किया है। यह सम्मान केवल उनके लिए ही नहीं, बल्कि पूरे सनातन समाज के लिए गौरव की बात होगी।"

सनातन धर्म बोर्ड के गठन की अपील

अध्यक्ष गोपाल राय और महामंत्री शशिकांत मिश्रा ने सनातन धर्म और इसकी परंपराओं को संरक्षित करने के लिए "सनातन धर्म बोर्ड" के गठन की मांग की। इस बोर्ड का उद्देश्य होगा:

  • सनातन संस्कृति की रक्षा और प्रचार-प्रसार
  • धार्मिक स्थलों और परंपराओं का संरक्षण
  • सनातन धर्मावलंबियों के अधिकारों की सुरक्षा

रैली में संतों और कार्यकर्ताओं की भागीदारी

अरैल सेक्टर 24 में आयोजित इस रैली में सैकड़ों संत, सामाजिक कार्यकर्ता और श्रद्धालु शामिल हुए। प्रमुख उपस्थित व्यक्तियों में पंकज प्रधान, नीरज मिश्रा, शिखर गुप्ता, कृष्णा पांडेय, हिमांशु धवल, शालू पांडेय, आदित्य प्रकाश श्रीवास्तव, दिवाकर पटेल, अभिषेक मौर्या, शाश्वत मिश्रा, सुरेंद्र पटेल, राघवेंद्र राय, जवाहरलाल गुप्ता, राहुल सिंह आदि रहे।

यह भी पढ़ें : महाकुंभ: गंगा किनारे जब दिखे भगवान शिव का रूप! लोग बोले-ये तो साक्षात महादेव…