महाकुंभ में मुस्लिम लड़की का हुआ तिलक, जानिए कौन है शबनम शेख?
मुंबई की मुस्लिम युवती और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर शबनम शेख ने महाकुंभ 2025 में आस्था की डुबकी लगाई। संगम में उनका स्वागत टीका और पुष्पवर्षा से हुआ, जिससे धार्मिक एकता का संदेश गया।
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महाकुंभ मेले में पहुंची शबनम शेख! किया गया स्वागत
शबनम शेख, माया नगरी मुंबई की रहने वाली एक मुस्लिम युवती, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर ने महाकुंभ 2025 में संगम में आस्था की डुबकी लगाई। उनका स्वागत टीका लगाकर और पुष्पवर्षा करके किया गया। इस पल ने समरसता और धार्मिक एकता का एक अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया। सबनम खुद को सनातनी मुस्लमान बताती है! महाकुंभ से पहले वह अयोध्या राम मंदिर में दर्शन करने भी पहुंची थी, जिसके बाद वह सोशल मीडिया पर उन्हें काफ़ी सुर्ख़ियों मिली थी!
पहेली बार महाकुंभ पहुंची हैं सबनम
शबनम ने महाकुंभ में कदम रखते हुए कहा कि यहां आकर वह स्वयं को निडर और आत्मविश्वास से भरी महसूस कर रही हैं। उनकी आस्था और अनुभवों ने उन्हें एक नई ऊर्जा दी है।
सनातन धर्म और नारी शक्ति
शबनम ने बताया कि वह सनातन धर्म की समानता और नारी को देवी के रूप में पूजा जाने की परंपरा से बहुत प्रभावित हैं। वह श्रीमद्भागवत गीता पढ़ती रही हैं और योग का अभ्यास भी करती हैं।
महाकुंभ में मुस्लिम होने के बावजूद स्वागत
शबनम ने स्वीकार किया कि महाकुंभ में मुस्लिम होते हुए उन्हें कुछ असमंजस था, लेकिन यहां उन्हें प्रेम और सम्मान का अनुभव हुआ। वह कहती हैं, “यहां आकर मुझे एहसास हुआ कि मैं शबनम शेख होकर भी राम और कृष्ण की भक्ति कर सकती हूं।”
समानता, नारी शक्ति और धर्म की सार्वभौमिकता
शबनम शेख की कहानी महाकुंभ के माध्यम से समानता, नारी शक्ति और सनातन धर्म की सार्वभौमिकता का संदेश देती है। उनका संगम स्नान और धार्मिक अनुभव आज भी प्रेरणा का स्रोत बना हुआ है।