सार

महाकुंभ 2025 में संतों ने देश की एकता और अखंडता के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया है। अखिल भारतीय दंडी सन्यासी परिषद गांव-गांव जाकर लोगों को जोड़ेगी और भाईचारा बढ़ाएगी।

महाकुंभ नगर, 26 जनवरी 2025: महाकुंभ 2025 के मौके पर आज एक महत्वपूर्ण और अनोखा अभियान शुरू किया गया है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर अखिल भारतीय दंडी सन्यासी परिषद के शिविर में ध्वजारोहण कार्यक्रम आयोजित किया गया, और इसके बाद परिषद के रात्रि अध्यक्ष स्वामी महेश आश्रम गिरि ने एक ऐतिहासिक संकल्प लिया। स्वामी जी ने बताया कि संतों का उद्देश्य देश की एकता और अखंडता बनाए रखना है और इसके लिए एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है।

देश में एकता और अखंडता के लिए शुरू हुआ अभियान

स्वामी महेश आश्रम गिरि ने अपने संबोधन में कहा कि उन्होंने और उनके साथियों ने वर्ष 2001 से एक ऐसा अभियान शुरू किया था, जिसका उद्देश्य पूरे देश को एकजुट रखना है। उनका मानना है कि जब तक देश में एकता नहीं होगी, तब तक हम एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण नहीं कर सकते। उनका कहना है कि आज का यह संकल्प राष्ट्रीय एकता की ओर एक कदम और बढ़ाता है।

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गांव-गांव पहुंचेगा अखिल भारतीय संयासी डंडी परिषद

स्वामी महेश जी ने यह भी ऐलान किया कि अब अखिल भारतीय संयासी डंडी परिषद के सदस्य हर गांव में जाएंगे। इस पहल का उद्देश्य देश के विभिन्न समुदायों और जातियों के बीच भाईचारा स्थापित करना और विभाजन की दीवारों को तोड़ना है। उनका कहना था, "हमारा उद्देश्य केवल आध्यात्मिकता तक सीमित नहीं है, बल्कि हम देश को जोड़ने के लिए काम करेंगे।"

एकता की ताकत से सशक्त राष्ट्र का निर्माण

स्वामी महेश ने आगे कहा, "जब तक हमारे बीच एकता नहीं होगी, हम अपने राष्ट्र को बलशाली नहीं बना सकते। एकजुट भारत ही वह भारत होगा, जो किसी भी बाहरी ताकत के आगे झुकने के बजाय आत्मनिर्भर और सशक्त होगा।" उन्होंने यह भी बताया कि यह अभियान देश की अखंडता और राष्ट्रीयता को बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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