सार
वसंत पंचमी पर महाकुंभ 2025 के तीसरे शाही स्नान में निरंजनी अखाड़े के नागा साधुओं ने संगम में डुबकी लगाई। लाखों श्रद्धालुओं के बीच साधु-संतों ने अपने विशेष अनुष्ठान किए। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने शांतिपूर्ण स्नान की अपील की।
Prayagraj Mahakumbh 2025 : महाकुंभ 2025 के तीसरे अमृत स्नान पर संगम तट पर एक धार्मिक उत्सव का माहौल था, जब निरंजनी अखाड़े के नागा साधुओं ने अपने पारंपरिक अंदाज में संगम में डुबकी लगाई। वसंत पंचमी के इस पावन पर्व पर लाखों श्रद्धालु संगम तट पर आस्था की डुबकी लगाने पहुंचे, वहीं साधु-संत भी इस अवसर पर अपने विशेष अनुष्ठान और स्नान की प्रक्रिया पूरी कर रहे हैं।
निरंजनी अखाड़े के नागा साधुओं का विशेष स्नान
निरंजनी अखाड़े के नागा साधुओं ने अपने धार्मिक अनुष्ठान और पूजा के बाद संगम में डुबकी लगाई। गदा लहराते हुए ये साधु अपने ध्वज, त्रिशूल और अन्य पारंपरिक प्रतीकों के साथ स्नान करने पहुंचे। यह दृश्य देखने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी हुई थी, जहां विदेशी लोग भी नागा साधुओं की तस्वीरें ले रहे थे.
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पुलिस और प्रशासन की सख्त सुरक्षा व्यवस्था
इस दौरान पुलिस और सुरक्षा बलों द्वारा सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। पूरे क्षेत्र में हेलिकॉप्टर और 2750 CCTV कैमरों से निगरानी रखी जा रही थी। पुलिस के अधिकारियों ने श्रद्धालुओं से विनम्रता से पेश आने और बिना किसी हिंसा के स्नान करने की अपील की।
रवींद्र पुरी का बयान: जहां जगह मिले वहीं स्नान करें
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने श्रद्धालुओं को संदेश दिया कि उन्हें जहां जगह मिले, वहीं स्नान करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि संगम में स्नान का अनुभव एक पुण्य का कार्य है, और इसे शांतिपूर्ण तरीके से करना चाहिए।
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